भारतीय ज्ञान विज्ञान और वैदिक संस्कृति सन्नातन है, और बहुत पुरानी है। इसको लेकर आप कई खबरे पढ़ते होगें। बड़े प्रश्न तब खड़े होते हैं। जब खुदाई के दौरान इनके साक्ष्य मिलते है। दरसअल, पुरी दुनिया साक्ष्यों की बात करती है। जब भी भारत की सन्नातन संस्कृति की वैदिक परंपरा की बात होती है। तो साक्ष्यों की बात कही जाती है। वेदांत में तो कई सारी चीजे तो मिल जाती है। लेकिन खुदाई के दौरान जब आठ हाजार, दस हजार साल पुरानी गांवो के अवशेष मिलते हैं। तो फिर ये भी सत्यापित होता है कि सिर्फ भारतवर्ष में नहीं बल्कि दुनियाभर के कई देशो में इस तरह के गांव और मंदिर हुआ करते थे। वर्तमान में ये चर्चा इसलिए फिर से एक बार परमान चढ़ी है। क्योंकि, खाड़ी देश ओमान में पुरातत्वविदों की टीम ने पांच हजार साल पुरानी बस्ती की खोज की है।
ओमान न्यूज एजेंसी ने खोजा 5 हजार साल पुरानी बस्ती
यानी के वहां पांच हजार साल पहले गांव हुआ करते थे। अब इसको लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। दरअसल, यह बस्ती ओमान के प्राचीन इतिहास के लिए काफी खास मानी जा रही है। ओमान न्यूज एजेंसी ने इस बस्ती की खोज का ऐलान किया है। पुरातत्वविदों को यह बस्ती ओमान के अल मुदहबी इलाके में मिली है। बस्ती को देखकर पुरातत्वविद भी हैरान रह गए। पुरातत्वविदों का मानना है कि इस बस्ती के जरिए ओमान के प्राचीन इतिहास की काफी जानकारी हाथ लग सकती है।
खोजी गई बस्ती मे खेती कारोबार के मिले साक्ष्य
जानकारी के मुताबिक, ओमान के सुल्तान कबूस यूनिवर्सिटी और मिनिस्ट्री ऑफ हेरिटेज एंड टूरिज्म के एक्सपर्ट्स की एक टीम ने इस प्राचीन बस्ती की खोज की है। जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि यह बस्ती शुरुआती कांस्य युग से संबंधित हो सकती है। ओमान में मिली इस प्राचीन बस्ती में एक टावर स्ट्रक्चर, कई कमरों वाला घर, कब्रिस्तान और कई तरह की इमारतें भी मिली हैं। कई इमारतें तो 600 मीटर स्क्वायर तक बड़ी भी हैं। इसके अलावा इस बस्ती में खेती, कारोबारी गतिविधियों के होने का भी सबूत मिला है।