पाकिस्तान के आगे कुँआ पीछे खाई:- आंतक को पाल रहा पाकिस्तान कंगाली की ओर तेजी से बढ़ रहा है। महंगाई की मार पाकिस्तान की जनता की कमर तोड़ रही है। आलम ये है कि रोजमर्रा की चीजों की किमते आसमान छू रही है और ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि पाकिस्तान मुद्रा भंडार लगातार कम होता जा रहा है। पाकिस्तान की केंद्रीय बैक का मुद्रा भंडार गिरकर 5.576 अरब डॉलर पंहुच गया है। जो पिछले आठ सालो में सबसे निचले स्तर पर है। ऐसे में पाकिस्तान महंगाई बेलगाम हो गई है। खाने पीने की चीजें लोगो के जेब से बाहर है।
एक वर्ष मे पाकिस्तान पर 22 फिसदी बढ़ा कर्ज
आपको बता दे कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार इतना कम हो गया है कि देश के पास सिर्फ तीन हफ्ते का आयात करने भर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। जबकि सालभर में उस पर 22 फिसदी कर्ज बढ़ा है। जो अब तक 51 ट्रीलियन रूपया हो गया है। इन कर्जो से उबरने के लिए पाकिस्तान एक बार फिर सऊदी अरब से कर्ज लेगा। पाकिस्तान ने डिफॉल्ट होने से बचने के लिए एक बार फिर सऊदी अरब की ओर रुख किया है। पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि कुछ दिनों में सऊदी अरब पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का कर्ज देगा। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एक साल के भीतर यह दूसरी बार होगा कि पाकिस्तान सऊदी अरब से बेलआउट कर्ज लेगा।
पाकिस्तान चीन और सऊदी अरब से लेगा 4 अरब डॉलर का कर्ज
हालांकि, इस पर सऊदी किंग मोहम्मद बिन सलमान की अंतिम सहमति बाकी है। पाकिस्तान को सऊदी अरब से ये मदद मिल भी गई तो भी उसका आर्थिक संकट पूरी तरह से खत्म नही होगा। इसी बीच पाकिस्तान के वित मंत्री इशाक डार ने कहा है कि सरकार संपत्तियों को बेचकर विदेशी मुद्रा जुटाएगी। इसके अलावा इशाक डार ने कहा है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को भी एक विकल्प के रूप में देख रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि, लोन का रोलओवर कोई नई बात नहीं है। सभी देश पिछला कर्ज चुकाने के लिए नए उधार लेने का विकल्प या वे रोलओवर का विकल्प चुनते हैं। लेकिन हम रोलिंग ओवर डिपॉजिट का विकल्प चुन रहे हैं। उन्होंने कहा चीन भी जल्द ही 1.2 अरब डॉलर का कर्ज देगा।