पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने से हो सकती है फ्लोरोसिस नामक बीमारी:- गांव में अभी भी बहुत सारे लोग चापाकल और कुए से पानी पीते है उनको जानकारी नहीं होती है की वे जो पानी पी रहे है वह शुद्ध है या नहीं । देश के कई ऐसे हिस्से है जहां के पानी में फ्लोराइड की मात्रा काफी ज्यादा है। पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा होने से फ्लोरोसिस नामक बीमारी होती है ये बीमारी शरीर के हड्डियों को काफी हानि पहुँचाता है। आये दिन हमारे देश के कई जगह से इस बीमारी की खबर आती रहती है ऐसी ही खबर उत्तर प्रदेश से और आगरा से भी आयी थी जिसमे बहुत से लोग फ्लोरोसिस बीमारी से ग्रसित हुए थे। आज हम आपको बतातें है की पानी में फ्लोराइड की मात्रा को कैसे चेक किया जाता है ताकि आप इस भयंकर बीमारी से बच सके।
कैसे पता करे पानी मे फ्लोराइड की मात्रा कितनी है
पानी की जांच के लिए वैसे तो “वाटर ट्रीटमेंट प्लांट” में अपना पानी का सैम्पल ले जाकर करा सकतें है हालाँकि इसकी जाँच घर पर भी किया जा सकता है इसके लिए आपको एक कांच का गिलास लेना होगा फिर उसमे पिने का पानी डालें ,अगर पानी का रंग हल्का पीला है तो आप समझ जाये की आपके पानी में फ्लोराइड की मात्रा काफी ज्यादा है।
फ्लोराइड युक्त पानी पिने से होती है कई सारी बीमारियाँ
फ्लोराइड युक्त पानी पिने से कब्ज , प्यास न लगना और पेट में गैस की समस्या होती है अगर आपको भी ये समस्या आ रही है तब इसका मतलब है की आपके पानी में फ्लोराइड ज्यादा है और आपको इसकी जांच करानी चाहिए। इसकी जाँच के लिए वाटर टेस्टिंग किट भी मिलती है जो आप ग्रामीण इलाके के पीएचई डिपार्टमेंट से फ्री में ले सकतें है।
जिन इलाकों के पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा है वहां के लोग को अपने खाने में आंवला , नारंगी और अंगूर का सेवन करना चाहिए इसके सेवन से फ्लोरोसिस बीमारी से बचा जा सकता है।