एक ओर जहां भारत में जहां धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर मुसलिमों को लेकर दुनिया के कई देश भी सख्त होते जा रहे हैं। यूरोपीय देश इटली में भी अब सरकार ने मस्जिदों के खिलाफ विरोधी रूख अपना लिया है। इस्लामीकरण से लड़ने के लिए अब यहां की सरकार ने एक कड़ा कदम उठाया है।
मस्जिदों के बाहर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध
9 महीने पहले ही इटली में आम चुनाव जीतकर अक्टूबर में पदभार ग्रहण करने वाली पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने पूरे देश में मस्जिदों के बाहर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे लेकर अब विवाद शुरू हो गया है। इतना ही नहीं बल्कि जॉर्जिया सरकार ने देश में होने वाले धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए भी एक कानून तैयार किया है।
इन जगहों पर नहीं पढ़ सकते नमाज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉर्जिया मेलोनी की एफडीआई पार्टी ने अपन नए बिल में देश के सभी स्थानों पर मौजूद गैराजों, औद्योगिक सेंटर्स पर, औद्योगिक गोदामों और मस्जिद के बाहर नमाज अदा करने पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। बिल पारित हो जाने के बाद अब पूरे इटली में रहने वाले मुस्लिम मस्जिदों के बाहर किसी भी जगह पर नमाज नहीं पढ़ सकते हैं। मेलोनी के नेतृत्व वाली एफडीआई पार्टी का इस बिल को लाने का प्रमुख उद्देश्य सार्वजनिक स्थलों को धार्मिक प्रार्थना स्थलों या मस्जिदों में बदलने पर रोक लगाना है।
धर्म परिवर्तन और मुस्लिम शरणार्थियों से परेशान है इटली
बता दें प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अपने चुनावी अभियान के समय भी धर्म परिवर्तन और देश में मुस्लिम शरणार्थियों को रोकने की बात कही थी। दरअसल, इटली का एक बड़ा हिस्सा वर्तमान में मुस्लिम शरणार्थियों और धर्म परिवर्तन की घटनाओं से जूझ रहा है। इसे देखते हुए ही सरकार को ये बड़ा फैसला लेना पड़ा।