हाल ही में पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का गंभीर आरोप लगा है। इस मामले में पूर्णिया के मुफस्सिल थाने में सोमवार को FIR दर्ज की गई। यह शिकायत एक फर्नीचर व्यवसायी ने की है, जिसने पप्पू यादव पर धमकी और गाली-गलौज का भी आरोप लगाया है।
आरोप और FIR का विवरण
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कारोबारी ने अपने लिखित आवेदन में बताया कि 4 जून को मतगणना के समय पप्पू यादव ने अपने आवास पर उसे बुलाया और 1 करोड़ रुपये की मांग की। जब कारोबारी ने यह रकम देने से इंकार किया, तो पप्पू यादव ने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके अलावा, कारोबारी से यह भी कहा गया कि अगर वह अगले पांच साल तक चैन से रहना चाहता है, तो उसे रंगदारी टैक्स देना पड़ेगा। अगर वह ऐसा नहीं करता है, तो उसे पूर्णिया छोड़कर जाना होगा।
कारोबारी ने अपनी शिकायत में बताया कि यह पहली बार नहीं है जब पप्पू यादव ने उससे रंगदारी मांगी है। 2 अप्रैल 2021 को भी पप्पू यादव ने उससे 10 लाख रुपये रंगदारी टैक्स की मांग की थी। इसके अलावा, 2023 में दुर्गा पूजा के दौरान व्हाट्सएप कॉल पर 15 लाख रुपये और दो सोफा सेट की मांग की गई थी। उस समय भी धमकी और गाली-गलौज की गई थी।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत के आधार पर पूर्णिया के मुफस्सिल थाने में सांसद पप्पू यादव और उनके करीबी अमित यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा- 385/504/506/34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और इस संबंध में आवश्यक सबूत जुटा रही है। हालांकि, इस पूरे मामले में अभी तक सांसद पप्पू यादव की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पप्पू यादव की राजनीतिक स्थिति
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राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव हाल ही में पूर्णिया सीट से विजयी होकर सांसद बने हैं। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और 5.67 लाख से अधिक वोट हासिल किए थे। यह उनके लिए एक बड़ी जीत थी, क्योंकि JDU उम्मीदवार को 5.43 लाख वोट मिले थे और RJD उम्मीदवार बीमा भारती को केवल 27,120 वोट ही मिल पाए थे।
पप्पू यादव की प्रतिक्रिया और राजनीतिक प्रभाव
इस मामले में अभी तक पप्पू यादव ने सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, उनके खिलाफ लगे इस गंभीर आरोप ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। पप्पू यादव की राजनीतिक छवि पहले से ही विवादित रही है, और इस नए आरोप ने उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया है।
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यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में जांच के परिणाम क्या होते हैं और पप्पू यादव किस तरह से अपनी स्थिति स्पष्ट करते हैं। यदि आरोप साबित होते हैं, तो यह उनकी राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।
पप्पू यादव पर लगे 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप ने बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। इस मामले की जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, और आने वाले दिनों में इस पर और अधिक खुलासे होने की संभावना है। पप्पू यादव के समर्थक और विरोधी दोनों ही इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं, और इसका राजनीतिक प्रभाव भी महत्वपूर्ण होगा। पुलिस और न्यायिक तंत्र से यह उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच करें ताकि सच्चाई सामने आ सके और न्याय हो सके।