नए साल के आगमन के साथ ही टाटा ग्रुप की एक और कंपनी का वजूद खत्म होने वाला है. 1 जनवरी से टाटा कॉफी लिमिटेड (Tata Coffee Ltd) का टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) और टीसीपीएल ब्रेवरेज एंड फूड के साथ मर्जर हो जाएगा। इस मर्जर को पहले ही NCLT (National Company Law Tribunal) ने मंजूरी दे दी है।

इस मर्जर के तहत टाटा कॉफी के बागान कारोबार को टीसीपीएल बेवरेजेस एंड फूड्स में विलय कर दिया जाएगा, जबकि फूड्स और अन्य कारोबार टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के साथ मर्ज हो जाएगा।
टाटा कॉफी लिमिटेड की एक्चेंज फाइलिंग में बताया गया है कि टीसीपीएल (TCPL) की बोर्ड कमेटी और टीबीएफएल के निदेशक मंडल ने भी मर्जर पर स्वीकृति दे दी है। मर्जर प्रक्रिया 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी होगी, और विलय का प्रोसेस पूरा होने के बाद टाटा कॉफी लिमिटेड का अस्तित्व 1 जनवरी 2024 से खत्म हो जाएगा।

टाटा कंपनी के बोर्ड ने तय किया है कि 15 जनवरी 2024 को टाटा कॉफी के शेयरहोल्डर्स को टीसीपीएल शेयर का आवंटन किया जाएगा। मर्जर प्रक्रिया के बाद टाटा कॉफी के सभी डायरेक्टर और मैनेजेरियर स्टॉफ का ऑफिस बिनी कर दिया जाएगा।
टाटा कॉफी के मौजूदा शेयरहोल्ड्स को मर्जर के बाद 55 शेयर पर टीसीपीएल के 14 इक्विटी शेयर मिलेंगे। इसके बाद रिकॉर्ड डेट तक होल्ड किये गए हर 10 शेयर पर टीसीपीएल के तीन शेयर दिए जाएंगे।

इसके अलावा, टाटा कंज्यूमर्स प्रोडक्ट्स लिमिटेड (TCPL) के मालिकाना हक वाली तीन सब्सिडियरी का विलय भी किया जा रहा है। इन सब्सिडियरीज़ में नौरिशको बेवरेज, टाटा स्मार्टफूड्स, और टाटा कंज्यूमर साउलफुल शामिल हैं, और इसके बाद इन तीनों का भी वजूद खत्म हो जाएगा।
टीसीपीएल की तरफ से जारी बयान में यह बताया गया है कि इस मर्जर का उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर के बेहतर उपयोग के लिए है, और इससे शेयरहोल्डर्स और कर्मचारियों को भी फायदा होगा।