दिल्ली के ऐतिहासिक चांदनी चौक में गुरुवार शाम लगी भीषण आग ने स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया। इस आगजनी की घटना में लगभग 50 दुकानों का नुकसान हुआ है और करोड़ों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई है। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग ने युद्ध स्तर पर प्रयास किए, लेकिन आग की तीव्रता और संकरी गलियों की वजह से आग को पूरी तरह से बुझाने में काफी समय लगा।
घटना का विवरण

गुरुवार शाम लगभग 5 बजे के करीब दिल्ली फायर सर्विस (DFS) को एक कॉल प्राप्त हुआ जिसमें चांदनी चौक के मारवाड़ी कटरा इलाके में आग लगने की सूचना दी गई थी। शुरुआत में दमकल की 14 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, लेकिन आग की विकरालता को देखते हुए जल्द ही 26 और गाड़ियां भेजनी पड़ीं। DFS प्रमुख अतुल गर्ग ने खुद मौके पर पहुंचकर पूरे अभियान की निगरानी की।
आग का प्रभाव
आग ने देखते ही देखते लगभग 50 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इनमें से कई दुकानों में कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य सामान थे जो पूरी तरह से जलकर राख हो गए। आग की लपटों ने दुकानदारों और स्थानीय निवासियों को मजबूर कर दिया कि वे अपने सामान और संपत्ति को बचाने के लिए भागदौड़ करें। हालांकि, गनीमत रही कि इस घटना में किसी की जान नहीं गई।
दमकल विभाग की चुनौती

चांदनी चौक की संकरी गलियां और घनी आबादी ने दमकल कर्मियों के सामने कई चुनौतियाँ खड़ी कर दीं। दमकल की गाड़ियों को मुख्य स्थल से 200-300 मीटर दूर खड़ा करना पड़ा, जिससे आग बुझाने में देरी हुई। इसके बावजूद, दमकल कर्मियों ने हाइड्रोलिक मशीनों का उपयोग करके आग पर काबू पाने के प्रयास किए। शुक्रवार सुबह 8 बजे तक भी इमारतों से धुआं निकलता रहा, जिससे दमकल कर्मियों को मलबे को ठंडा करने के लिए पानी की बौछार करनी पड़ी।
प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रिया
दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी सिंह ने घटना पर दुख जताया और जिला प्रशासन के संपर्क में रहने की जानकारी दी। उन्होंने आग की इस घटना में किसी भी जान के नुकसान न होने पर राहत व्यक्त की और नागरिकों से शॉर्ट-सर्किट जैसी घटनाओं से बचने के लिए सावधानी बरतने की अपील की। भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि आग मारवाड़ी कटरा बाजार से शुरू हुई और अनिल मार्केट तक फैल गई। एक अधिकारी ने बताया कि आग और पानी के दबाव के कारण बाजार के पीछे की ओर स्थित एक इमारत ढह गई।
आग लगने के संभावित कारण

हालांकि आग लगने के सटीक कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन प्राथमिक जानकारी के अनुसार यह संभावना जताई जा रही है कि आग शॉर्ट-सर्किट के कारण लगी। चांदनी चौक में बिजली की तारों की उलझन और पुराने बिजली के उपकरणों के उपयोग के कारण शॉर्ट-सर्किट की घटनाएं आम हैं। इसके अलावा, गर्मियों के मौसम में आग लगने की घटनाओं की संभावना और भी बढ़ जाती है।
आगे की कार्रवाई
अधिकारियों ने घटना की त्वरित जांच करने और आग के कारणों का पता लगाने का आश्वासन दिया है। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। दमकल विभाग और स्थानीय प्रशासन को आदेश दिए गए हैं कि वे आग से प्रभावित व्यापारियों की मदद करें और उन्हें उनकी संपत्ति के नुकसान के बारे में जानकारी दें।
चांदनी चौक की इस भीषण आग ने न केवल व्यापारियों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया है, बल्कि स्थानीय निवासियों के बीच भी भय का माहौल पैदा कर दिया है। हालांकि, दमकल विभाग और प्रशासन के तत्परता और समर्पण ने इस घटना को और बड़े नुकसान से बचा लिया। अब यह आवश्यक है कि इस घटना से सबक लेते हुए उचित सुरक्षा उपाय अपनाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसके साथ ही, प्रशासन को प्रभावित व्यापारियों की मदद करने और उन्हें जल्द से जल्द अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।