झारखंड में प्राथमिक शिक्षकों के बीच रोष फैला हुआ है, क्योंकि उन्हें न्यायालय के आदेश के खिलाफ पद रिक्ति की तिथि से प्रोन्नति नहीं देने का आदेश दिया गया है।
प्राथमिक शिक्षक संघ ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव से आदेश वापस लेने की मांग की है और सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण में सुधार करने का भी अनुरोध किया है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि 15 नवंबर तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो प्राथमिक शिक्षक सीएम आवास का घेराव करने को मजबूर होंगे।
इस आंदोलन के माध्यम से वे अपने अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प हैं और न्याय प्राप्त करने के लिए सड़कों पर उतरने का तैयार हैं। संघ के अध्यक्ष अनूप केशरी, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और प्रवक्ता नसीम अहमद ने सरकार के प्रधिकृत आदेश के खिलाफ विरोध जताया है, कहते हुए कि इससे लगभग 35 हजार शिक्षक प्रोन्नति के अधिकार से वंचित हो रहे हैं।
इसके साथ ही, रांची जिला में शिक्षा सचिव द्वारा जारी गए मार्गदर्शन के आदेश के खिलाफ भी विरोध हो रहा है और प्राथमिक शिक्षकों की बैठकों में यह मुद्दा उठाया गया है। इससे उत्पन्न हुए रोष को ध्यान में रखते हुए, सरकार से न्याय मिलने की मांग की जा रही है।