महाराष्ट्र की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर और उनके परिवार की जिंदगी में पिछले 24 घंटों के भीतर भूचाल आ गया है। पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब पुणे ग्रामीण पुलिस ने उन पर और उनके पति दिलीप खेडकर पर एफआईआर दर्ज कर ली है। यह वीडियो उनकी जिंदगी में नई मुश्किलें पैदा कर रहा है और उनके परिवार के लिए स्थिति गंभीर होती जा रही है।
विवाद का पृष्ठभूमि
पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर, जो महाराष्ट्र सरकार के सेवानिवृत्त अधिकारी दिलीप खेडकर की पत्नी हैं, एक वीडियो में बंदूक लेकर कुछ किसानों को धमकाते हुए नजर आ रही हैं। यह घटना पुणे के मुलशी तहसील के धाडवाली गांव में हुई है, जहां दिलीप खेडकर ने कुछ जमीन खरीदी थी। इस वीडियो ने न केवल सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है बल्कि पुलिस को भी कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया है।
एफआईआर और कानूनी कार्रवाई
पौड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मनोज यादव ने बताया कि स्थानीय किसान की शिकायत के आधार पर पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर और पिता दिलीप खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में आईपीसी की धारा 323, 504, 506 के साथ-साथ आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। एफआईआर में कुल सात लोगों के नाम शामिल हैं, जिनमें से पांच अन्य लोग भी हैं जो इस विवाद में शामिल थे।
वायरल वीडियो की घटना

वीडियो में दिखाया गया है कि मनोरमा खेडकर अपने सुरक्षा गार्डों के साथ पड़ोसी किसानों के साथ तीखी बहस कर रही हैं। हाथ में पिस्तौल लिए हुए वह एक आदमी पर चिल्लाते हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि वह पिस्तौल को उस व्यक्ति के चेहरे के सामने लहराती हैं और फिर उसे अपने हाथ में छिपा लेती हैं। यह घटना उनके पति द्वारा खरीदी गई जमीन से संबंधित है, जहां खेडकर परिवार पर पड़ोसी किसानों की जमीन पर अतिक्रमण करने का आरोप है।
पिछले साल का विवाद

इससे पहले भी खेडकर परिवार पर जमीन के मामले में विवाद हो चुका है। स्थानीय किसानों का आरोप है कि खेडकर परिवार ने उनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया था। हालांकि, उस समय मामला दबा दिया गया था और कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई थी। लेकिन इस बार वायरल वीडियो ने पूरे मामले को उजागर कर दिया है और पुलिस को कार्रवाई के लिए मजबूर कर दिया है।
सामाजिक और कानूनी प्रभाव
इस घटना ने खेडकर परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा धक्का पहुंचाया है। पूजा खेडकर, जो एक ट्रेनी आईएएस अधिकारी हैं, की प्रतिष्ठा भी इस विवाद से प्रभावित हो रही है। इस मामले ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सामाजिक और कानूनी नियमों का उल्लंघन करने पर किसी भी व्यक्ति को कानून के तहत सजा मिल सकती है, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।
पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर द्वारा किसानों को धमकाने का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस घटना ने खेडकर परिवार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को गहरा धक्का पहुंचाया है। कानून के तहत कार्रवाई होने के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि खेडकर परिवार इस संकट से कैसे निकलता है और उन्हें इस मामले में क्या सजा मिलती है। इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है कि किसी भी प्रकार के सामाजिक और कानूनी नियमों का उल्लंघन करने पर कानून सख्ती से कार्रवाई करता है।