प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल के मथुरापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर तीखा हमला बोला। इस रैली में पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत जय मां दुर्गा और जय मां काली के उद्घोष के साथ की, जो बंगाल की संस्कृति और धार्मिक आस्था को दर्शाता है। आइए, पीएम मोदी के इस भाषण की 10 मुख्य बातें विस्तार से समझते हैं।
1. भाषण की शुरुआत और जनता का समर्थन: पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत जय मां दुर्गा और जय मां काली के उद्घोष से की, जो पश्चिम बंगाल की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता का स्नेह स्पष्ट संकेत दे रहा है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। यह दर्शाता है कि पीएम मोदी को पश्चिम बंगाल से विशेष समर्थन मिल रहा है।
2. पिछले 10 साल बनाम पिछले 60 साल: पीएम मोदी ने अपने पिछले 10 साल के शासन की तुलना कांग्रेस और अन्य दलों द्वारा शासित पिछले 60 साल से की। उन्होंने कहा कि पिछले 60 सालों में देश की दुर्गति हुई और करोड़ों गरीबों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया। जबकि उनके शासन में देश ने विकास की राह पकड़ी है।
3. परिवारवाद और समस्याओं का समाधान: उन्होंने परिवारवादी राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि परिवारवाद वालों ने देश की पांच पीढ़ियों के सपनों को मार डाला। समस्याओं के सुधार के लिए चर्चा तक नहीं होती थी। यह स्पष्ट करता है कि पीएम मोदी की सरकार परिवारवाद के खिलाफ है और समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।
4. अन्य देशों से तुलना: पीएम मोदी ने बताया कि जो देश हमारे साथ आजाद हुए थे, वे हमसे कहीं आगे निकल गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत के पास युवा आबादी और कौशल था, लेकिन हम पीछे छूट गए। अब, भारत की उन्नति को दुनिया देख रही है, जो भारतीय युवाओं और उनके कौशल का सम्मान है।
5. विकसित बंगाल के लिए भाजपा की आवश्यकता: पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत के लिए विकसित बंगाल जरूरी है। इसके लिए उन्होंने बंगाल में अधिक से अधिक भाजपा सांसदों की आवश्यकता बताई। यह दर्शाता है कि भाजपा बंगाल के विकास में अहम भूमिका निभाना चाहती है।
6. टीएमसी और कट मनी का मुद्दा: पीएम मोदी ने टीएमसी पर कट मनी सिस्टम के माध्यम से भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी को गरीबों के राशन, मिड डे मील और पीएम आवास योजना में भी कट मनी चाहिए। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की लड़ाई को उजागर करता है।
7. बंगाल की पहचान को खत्म करने का आरोप: पीएम मोदी ने टीएमसी पर बंगाल की पहचान को खत्म करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी के गुंडे मठों पर हमला कर रहे हैं, जो बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर पर हमला है।
8. तुष्टिकरण और संविधान पर हमला: पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी तुष्टिकरण के लिए संविधान पर भी हमला कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुसलमानों के फर्जी ओबीसी सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं, जिससे ओबीसी का हक छीनकर मुसलमानों को दिया जा रहा है।
9. घुसपैठियों का मुद्दा: पीएम मोदी ने बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में डेमोग्राफी बदलने का आरोप लगाया और कहा कि घुसपैठिए बंगाल के युवाओं को मिलने वाले अवसर छीन रहे हैं। इससे लोगों की जमीन-जायदाद पर कब्जा हो रहा है, जो पूरे देश के लिए चिंता का विषय है।
10. राजनीतिक भूचाल का संकेत: पीएम मोदी ने कहा कि 4 जून के बाद अगले 6 महीनों में देश की राजनीति में बड़ा भूचाल आने वाला है। उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां अपने आप बिखर जाएंगी। यह बयान दर्शाता है कि पीएम मोदी को आगामी चुनावों में बड़े परिवर्तन की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण न केवल पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य को बदलने की दिशा में संकेत देता है, बल्कि देश की राजनीति में भी बड़े बदलाव का आह्वान करता है। यह रैली और पीएम मोदी के वक्तव्य यह दर्शाते हैं कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पूरी तरह से तैयार है और देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।