लंदन-सिंगापुर फ्लाइट में हुए हादसे ने यात्रियों को ऐसा खौफनाक अनुभव दिया जिसे वे कभी भूल नहीं सकते। यह हादसा इतना भीषण था कि 73 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई और 70 से अधिक लोग घायल हो गए। बोइंग 777-300 ईआर विमान ने लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, जिसमें कुल 211 यात्री और 18 क्रू मेंबर्स सवार थे। टर्बुलेंस के कारण विमान एक झटके में 7000 फीट नीचे आ गया, जिससे विमान के अंदर का माहौल बेहद डरावना हो गया।
विमान में टर्बुलेंस का असर
हादसे के समय, यात्री नाश्ता कर रहे थे और सभी सामान्य रूप से यात्रा का आनंद ले रहे थे। अचानक, बिना किसी चेतावनी के, विमान ने जोरदार झटके लिए और 7000 फीट नीचे आ गया। इस अप्रत्याशित घटना ने यात्रियों को बुरी तरह डरा दिया। कई यात्रियों ने बताया कि वे सिर के बल हो गए थे और उनके चारों ओर चीजें बिखर गई थीं।
68 वर्षीय जेरी, जो उस वक्त शौचालय से लौटकर अपनी सीट पर बैठे ही थे, ने बताया कि कैसे उनका और उनकी पत्नी का सिर छत से टकरा गया। वे इस हादसे से बुरी तरह सहम गए थे और इस घटना को अपने जीवन का सबसे बुरा दिन बताया।
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों में से एक, 28 वर्षीय छात्र जफरान आजमीर ने बताया कि टर्बुलेंस के कारण विमान के अंदर का दृश्य बेहद डरावना था। खाने-पीने की चीजें इधर-उधर बिखर गई थीं और कई यात्रियों के चेहरे पर डर साफ दिखाई दे रहा था। एक अन्य यात्री ने बताया कि एक आदमी ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी, जिसके कारण वह हादसे के दौरान केबिन में जा गिरा। उन्होंने एक फ्लाइट कर्मी की नाक से खून बहता हुआ भी देखा।
हादसे के बाद की स्थिति
हादसे के तुरंत बाद, विमान को बैंकॉक की ओर डायवर्ट किया गया। विमान के बैंकॉक उतरते ही, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। जेरी ने बताया कि वे लोग अपने बेटे की शादी में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन हादसे के कारण वे समारोह में शरीक नहीं हो सके। अब उन्हें वापस लंदन लौटने के लिए लगभग 5 फ्लाइटें पकड़नी होंगी, जो कि एक मुश्किल काम है।
हादसे के कारण
टर्बुलेंस का कारण हवा के फ्लो में अचानक बदलाव माना जा रहा है। फ्लाइट एसक्यू 321 ने सोमवार रात 10 बजे उड़ान भरी थी और सिंगापुर की ओर जा रही थी। विमान सफर के 11 घंटे पूरे कर चुका था, जब यह हादसा हुआ। सिंगापुर की कुल दूरी हीथ्रो से 13 घंटे की है। यात्रियों ने बताया कि हादसे के समय किसी भी प्रकार की चेतावनी नहीं दी गई थी, जिससे वे और भी ज्यादा डर गए थे।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस हादसे ने विमान यात्रा के दौरान सीट बेल्ट पहनने के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है। अगर सभी यात्रियों ने सीट बेल्ट न बांधी होती, तो घायलों की संख्या और भी अधिक हो सकती थी। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि उड़ान के दौरान किसी भी अप्रत्याशित घटना से बचने के लिए सुरक्षा नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
लंदन-सिंगापुर फ्लाइट में हुए हादसे ने यात्रियों को जीवन भर का डरावना अनुभव दिया है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि हवाई यात्रा के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन कितना महत्वपूर्ण है। टर्बुलेंस जैसी घटनाएं किसी भी समय हो सकती हैं और इससे बचने के लिए यात्रियों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। इस हादसे से सभी को एक महत्वपूर्ण सबक मिला है कि विमान यात्रा के दौरान सीट बेल्ट पहनना और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करना हमारी सुरक्षा के लिए कितना महत्वपूर्ण है।