भाजपा की 90 साल की विधायक, सूर्यकांता व्यास, ने जोधपुर के सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से विधायक होने के नाते राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में चुनाव लड़ने का एक बड़ा ऐलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी भी उनसे आशीर्वाद लेते हुए नजर आए हैं।
सूर्यकांता व्यास का कहना है कि
सूर्यकांता व्यास का कहना है कि वे जब तक जिंदा हैं, वे चुनाव लड़ती रहेंगी और किसी और को सूरसागर से टिकट नहीं देंगी। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह के बारे में भी अपनी राय दी है, कहते हुए कि वे पैदा होते ही भाजपा में हैं।
सूर्यकांता व्यास के विधायक बनने के बाद से वे लगातार सूरसागर से विधायक हैं और करीब 7 बार चुनाव लड़ चुकी हैं। इनका परिवार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जुड़ा हुआ है, लेकिन वे भाजपा में हैं। यह सब तथ्य इनको राजनीतिक दायरे में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बनाते हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने उनके बयान का तंज कास्ते हुए कहा है कि बुढ़ापा बचपन जैसा होता है और गलतियां हो जाती हैं। व्यास ने उनके बयान का पलटवार किया और कहा कि वे चुनाव डंके के चोट पर लड़ेंगी और अपने क्षेत्र से किसी और को टिकट नहीं देंगी।
इस बयान के साथ ही भाजपा ने नए चेहरों को मौका देने की बात कही है, जिससे सूर्यकांता व्यास के इस बयान का भी राजनीतिक महत्व है। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के आगामी चरण में यह बयान चुनाव प्रचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।