दिल्ली पुलिस ने संसद भवन की सुरक्षा में हुए एक हालत को पुनर्निर्माण करने का निर्णय लिया है। इसके तहत, आरोपियों को संसद ले जाकर उनके द्वारा किए गए हमले का सीन रिक्रिएट किया जाएगा। यह कदम उनकी क्रियावली और योजना की गहन जांच के लिए उठाया जा रहा है। साथ ही, पुलिस ने आरोपियों के संपर्क में थे उन 50 मोबाइल नंबरों की एक लिस्ट भी तैयार की है, जिन पर आरोपी बातचीत करते थे।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने यह निर्णय लिया है कि आरोपीगण को संसद परिसर में ले जाकर घटना को पुनर्निर्माण करेगी। इसके माध्यम से पुलिस आरोपियों के द्वारा किए गए अभियोग की गणना और उनकी योजना को समझने में मदद करेगी।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पूरी साजिश के मास्टरमाइंड ललित मोहन झा को गिरफ्तार कर लिया है, जो घटना का वीडियो बनाकर मौके से भाग गया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ललित झा बस से राजस्थान के नागौर पहुंचे। वहां वह अपने दो दोस्तों से मिले और एक होटल में रात बिताई। जब उन्हें पता चला कि पुलिस उन्हें ढूंढ रही है, तो वह बस से दिल्ली वापस आ गए। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ललित झा खुद ही थाने आ गया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें आरेस्ट कर लिया और पूछताछ भी शुरू कर दी है।
इससे पहले आरोपियों को संसद ले जाने का निर्णय दिल्ली पुलिस की तरफ से गतिविधि की गई थी जब संसद के सत्र के दौरान सुरक्षा उल्लंघन हुआ था। इसके बाद, पुलिस ने आरोपीगण को उनके द्वारा किए गए हमले को पुनर्निर्माण करने का निर्णय लिया है, ताकि उनकी योजना और उनकी दृश्यबद्धता को समझा जा सके।
इसके लिए, पुलिस ने एक विशेष सेल बनाई है, जो आरोपीगण को संसद परिसर में लेकर जाएगी। यह टीम आरोपीगण को उनके द्वारा किए गए हमले के स्थान पर ले जाएगी ताकि वहां हुई घटना को पुनः दृष्टिकोण में देखा जा सके।
साथ ही, पुलिस ने आरोपियों के संपर्क में रहे 50 मोबाइल नंबरों की एक लिस्ट भी तैयार की है। इन नंबरों पर आरोपीगण ने पिछले 15 दिनों में कई बार कॉल किया था। पुलिस इस लिस्ट के माध्यम से आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है और उनकी योजना को समझने का प्रयास कर रही है।
इस सारे प्रक्रिया के माध्यम से, पुलिस की कोशिश है कि वह घटना को सही रूप से समझे और आरोपियों की क्रियावली को विश्वसनीयता से खुलकर समझ सके।