पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के परिवार की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में प्रज्जवल रेवन्ना पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद, अब उनके भाई सूरज रेवन्ना पर भी इसी तरह के गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला तब और पेचीदा हो गया जब सूरज रेवन्ना ने एक व्यक्ति चेतन के खिलाफ झूठे आरोप लगाने की शिकायत दर्ज करवाई।
सूरज रेवन्ना के आरोप
सूरज रेवन्ना ने दावा किया है कि चेतन नामक एक व्यक्ति उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है और 2 करोड़ रुपये की मांग कर रहा है। सूरज के करीबी सहयोगी शिवकुमार ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिवकुमार के अनुसार, चेतन ने पहले उनसे दोस्ती की और फिर सूरज रेवन्ना की कंपनी में काम करने लगा। हाल ही में, चेतन ने घर खर्च के लिए पैसे मांगे, लेकिन जब शिवकुमार ने उसे ज्यादा पैसे देने से मना कर दिया, तो उसने सूरज रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाने की धमकी दी।
पुलिस में दर्ज की गई FIR

सूरज रेवन्ना के कहने पर शिवकुमार ने चेतन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली), 506 (आपराधिक धमकी) और 34 (साजिश रचने का आरोप) के तहत मामला दर्ज किया है। शिवकुमार ने दावा किया है कि चेतन ने पहले 5 करोड़ रुपये की मांग की थी, फिर बाद में 2 करोड़ रुपये में समझौता करने की पेशकश रखी।
चेतन के आरोप
दूसरी तरफ, चेतन ने भी सूरज रेवन्ना के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उसने आरोप लगाया है कि सूरज रेवन्ना ने उसे अपने फार्म हाउस पर ले जाकर उसका यौन शोषण किया। चेतन ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में यह दावा किया कि सूरज रेवन्ना ने उसे ब्लैकमेल करने के इरादे से ऐसा किया है।
प्रज्जवल रेवन्ना का मामला

प्रज्जवल रेवन्ना, जो कि सूरज रेवन्ना के भाई हैं, पहले से ही यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं। कर्नाटक पुलिस ने उन्हें कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया था। प्रज्जवल पर कई महिलाओं का दुष्कर्म करने और उनका अश्लील वीडियो बनाने का आरोप है। प्रज्जवल को उनकी पार्टी जनता दल सेक्यूलर (JDS) से भी निष्कासित कर दिया गया है।
परिवार और पार्टी की मुश्किलें

रेवन्ना परिवार और उनकी पार्टी के लिए यह समय काफी कठिनाइयों से भरा हुआ है। यौन उत्पीड़न के इन आरोपों ने न केवल उनकी राजनीतिक साख को चोट पहुंचाई है, बल्कि उनके परिवार की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे आरोपों के बीच, जनता दल सेक्यूलर (JDS) पार्टी की स्थिति और भी कमजोर हो गई है, खासकर तब जब चुनावी पराजय के बाद उनका प्रभाव पहले ही कम हो चुका है।
न्यायिक प्रक्रिया और आगे की राह
इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया के तहत जांच जारी है। पुलिस सभी आरोपों की जांच कर रही है और दोनों पक्षों के बयानों को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही कर रही है। ऐसे मामलों में सच्चाई का पता लगाना और दोषियों को सजा दिलाना न्यायिक प्रणाली का काम है।
समाज पर प्रभाव
इस प्रकार के मामले समाज पर गहरा प्रभाव डालते हैं। ये मामले न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करते हैं, बल्कि समाज की सोच और दृष्टिकोण को भी बदलते हैं। यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप समाज में संवेदनशीलता और सतर्कता की आवश्यकता को भी उजागर करते हैं।
सूरज रेवन्ना और प्रज्जवल रेवन्ना पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों ने रेवन्ना परिवार और उनकी पार्टी जनता दल सेक्यूलर (JDS) के लिए कठिनाईयों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। ये मामले न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से सुलझाए जाएंगे, और उम्मीद है कि सच्चाई सामने आकर दोषियों को उचित सजा मिलेगी। इस घटना ने समाज में जागरूकता और न्याय की आवश्यकता को भी उजागर किया है, जिससे भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने में मदद मिल सके।