जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियाँ एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। शनिवार को कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन के 4 आतंकी मारे गए। यह घटना तब और चौंकाने वाली हो गई जब सुरक्षाबलों ने आतंकियों के छिपने का एक नया ठिकाना ढूंढ निकाला। आतंकियों ने एक घर की अलमारी के पीछे एक छोटा सा बंकर बनाया था, जिसमें वे छिपे हुए थे। इस बंकर का वीडियो सुरक्षाबलों ने शेयर किया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बंकर का खुलासा
सुरक्षाबलों को शक है कि कई स्थानीय लोग आतंकियों को छिपाने में मदद करते हैं। इस शक की पुष्टि तब हुई जब कुलगाम में एक घर की अलमारी के पीछे बने बंकर का पता चला। यह बंकर पूरी तरह से कंक्रीट का बना हुआ था और वार्डरोब के दराज को खींचने पर इसके अंदर का रहस्य खुला। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे सुरक्षाबल बंकर की छानबीन कर रहे हैं। यह घर एक स्थानीय निवासी का था, जो आतंकियों को छिपाने में मदद कर रहा था।
आतंकियों की बड़ी साजिश
आर्मी के इस ऑपरेशन में दो सुरक्षा बल भी शहीद हो गए। जम्मू कश्मीर के डीजीपी आर.आर स्वैन के अनुसार, कुलगाम में छिपे ये आतंकी कोई बड़ी साजिश रच रहे थे, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया। इस ऑपरेशन के दौरान, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कुल 6 आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें से 4 आतंकी कुलगाम में थे और 2 अन्य आतंकियों को अलग-अलग मुठभेड़ों में ढेर किया गया।
कुलगाम मुठभेड़ में मारे गए आतंकी
कुलगाम में मारे गए आतंकियों की पहचान यावार बशीर धर, जहीद अहमद धर, तौहीद अहमद और शकील अहमद वाणी के रूप में की गई है। ये सभी आतंकी हिजबुल मुजाहिद्दीन के सदस्य थे और इनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। सुरक्षाबलों के इस साहसिक ऑपरेशन ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है।
अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है, जो 19 जुलाई तक चलेगी। यह यात्रा कई बार आतंकियों के निशाने पर रही है। पिछले दिनों खबरें आई थीं कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन और लश्कर-ए-तैयबा अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के इस मंसूबे को नाकाम करने के लिए चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है और हर सड़क पर जवान पूरी तरह से मुस्तैद हैं।
सुरक्षा बलों का बढ़ता दबाव
जम्मू कश्मीर में बढ़ती आतंकी गतिविधियों के बीच सुरक्षाबलों का दबाव भी बढ़ रहा है। सुरक्षाबलों ने पिछले दो दिनों में 6 आतंकियों को मार गिराया है, जिससे यह साफ है कि वे आतंकवादियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस ऑपरेशन में शामिल जवानों की साहसिकता और तत्परता ने आतंकियों के मंसूबों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है।
स्थानीय लोगों की भूमिका
इस मुठभेड़ के बाद एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि स्थानीय लोग आतंकियों को छिपाने में मदद कर रहे हैं। कुलगाम में अलमारी के पीछे बने बंकर का खुलासा इस बात का जीता जागता सबूत है। सुरक्षाबलों ने कहा है कि वे उन सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो आतंकियों को पनाह देने में शामिल हैं।
भविष्य की चुनौतियाँ
कश्मीर घाटी में बढ़ती आतंकी गतिविधियों के बीच सुरक्षाबलों के सामने कई चुनौतियाँ खड़ी हो गई हैं। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही स्थानीय लोगों का विश्वास जीतना भी एक बड़ी चुनौती है। सुरक्षाबल लगातार स्थानीय लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने में उनकी मदद करें।
कुलगाम में हुए इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ पूरी तरह से मुस्तैद हैं। अलमारी के छोटे से ‘बॉक्स’ से 4 खूंखार आतंकियों का निकलना इस बात का प्रमाण है कि आतंकी किस हद तक जा सकते हैं। लेकिन सुरक्षाबलों की तत्परता और साहसिकता ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया है। अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ किस प्रकार की रणनीति अपनाते हैं और कश्मीर घाटी में शांति बहाल करने में किस हद तक सफल होते हैं।