भारतीय मूल के अमेरिकी नेताओं की चमक रही है, जब वे अमेरिका के राज्य चुनावों और स्थानीय चुनावों में दर्ज की गई जीतों के साथ समर्थन का सामर्थ्य बना रहे हैं। इस चमकीले प्रदर्शन से भारतीय मूल के लोगों को विदेशी राजनीति में और भी मजबूती की आशा है।
विदेशों में भारतीय मूल के जनप्रतिनिधियों पर लोगों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। ब्रिटेन, सिंगापुर, अमेरिका जैसे देशों में भारतीय मूल के नेता प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से लेकर उपराष्ट्रपति और अन्य महत्वपूर्ण पदों पर विराजमान हैं।
अमेरिका में अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में भी भारतीय मूल की निक्की हेली, विवेक रामास्वामी जैसे रिपब्लिकन नेता ताल ठोक रहे हैं। इससे पहले अमेरिका के राज्य और स्थानीय चुनावों में भी भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों ने शानदार प्रदर्शन किया है। कई सीटों पर भारतीय-अमेरिकियों ने जीत दर्ज करके सबको चौंका दिया है। चुनाव परिणाम के अनुसार अमेरिका में कम से कम 10 भारतीय-अमेरिकियों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए स्थानीय व राज्य स्तर के चुनावों में जीत हासिल की है। इनमें से ज्यादातर भारतवंशी डेमोक्रेट पार्टी से संबंधित हैं।
अमेरिका के विभिन्न राज्यों में चुने गए भारतीय मूल के नेताओं ने अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखी है। इनमें से कई ने डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़कर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की है। इससे सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से भारतीय-अमेरिकी समुदाय का मान समर्थन बढ़ा है।
अमेरिका में भारतीय मूल के नेताओं के बढ़ते हुए प्रभाव का उदाहारण यह है कि वे यूएस स्टेट इलेक्शन और स्थानीय बॉडीज में कई सीटों पर जीत हासिल कर रहे हैं। इससे भारतीय मूल के लोगों को एक मजबूत राजनीतिक पहचान का अवसर मिल रहा है।ह्यूस्टन में जन्मे सुब्रमण्यम पूर्ववर्ती ओबामा प्रशासन के दौरान व्हाइट हाउस में प्रौद्योगिकी नीति सलाहकार रहे थे।
वह वर्जीनिया हाउस के लिए निर्वाचित होने पहले हिंदू हैं श्रीनिवासन 90 के दशक में भारत से अमेरिका पहुंचे थे। वर्जीनिया में जीत हासिल करने वाले सभी तीन विजेता डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े हैं इन नेताओं में गजाला हाशमी, सुहास सुब्रमण्यम, विन गोपाल, राज मुखर्जी, नील मुखर्जी, अनिता जोशी, अरुणन अरुलमपालम, बलवीर सिंह, नील मुखर्जी, और अनिता जोशी शामिल हैं। इन नेताओं ने अपनी चुनौतीपूर्ण यात्रा में जनता के बीच विश्वास जीता है और विभिन्न स्तरों पर चुनावी युद्ध में जीत हासिल की है।
इन नेताओं की जीतों से साफ है कि विदेशों में भारतीय मूल के लोगों की बढ़ती हुई चर्चा और समर्थन से यह साबित हो रहा है कि वे अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इससे भारतीय मूल के लोगों को अधिक उत्साही और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपनी भूमिका को बढ़ाने का मौका मिल रहा है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यही उत्कृष्टता और सेवा रुचि से भरा हुआ समुदाय और भी अधिक सकारात्मक बदलावों की ओर बढ़ता रहे।
भारतीय मूल के नेताओं की यह चुनौती भरी यात्रा और उनकी जीतें एक प्रेरणास्रोत के रूप में कार्य कर सकती हैं, जो और भी उत्साहित होकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित हो।
इस तरह से, अमेरिका के राज्य और स्थानीय चुनावों में भारतीय मूल के नेताओं की विजयें एक सशक्त साझेदारी की ओर कदम बढ़ा सकती हैं, जो दोनों देशों के बीच साझेदारी को मजबूती प्रदान कर सकती है।