अमेरिकी सेना का एक अंतरिक्ष यान गुप्त मिशन के लिए रवाना किया गया है। यह करीब 2 वर्षों तक अपने मिशन को अंजाम देगा। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इसके मिशन को बेहद गुप्त रखा है। यह अमेरिकी सेना का एक्स-37 बी विमान है, जो इससे पहले 6 अन्य मिशन को अंजाम दे चुका है।
दुनिया के ताकतवर देशों के बीच छिड़े स्पेस वॉर के बीच अमेरिका ने अपना एक अंतरिक्ष यान गुप्त मिशन पर भेजकर प्रतिद्वंदी देशों की नींद हराम कर दी है। अमेरिका ने अंतरिक्ष में भेजे गए अपने इस विशेष अंतरिक्ष यान के मकसद का कोई खुलासा नहीं किया है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बहुत ही गुप्त तरीके से अपने इस मिशन को लांच कर दिया है। इससे चीन और रूस जैसे अमेरिका के प्रतिद्वंदियों की नींद उड़ गई है। यह अमेरिकी सेना का एक्स-37बी अंतरिक्ष विमान है, जो बृहस्पतिवार को एक और गुप्त मिशन के लिए रवाना हुआ है।
माना जा रहा है कि यह मिशन अगले कम से कम दो वर्ष तक चलेगा। पिछले कुछ मिशन की तरह ही छोटे स्पेस शटल जैसा दिखने वाला यह विमान कई खुफिया मिशन को अंजाम देगा। तकनीकी समस्याओं के कारण विमान ने निर्धारित समय से दो सप्ताह से अधिक की देरी के बाद उड़ान भरी। इसमें कोई अंतरिक्ष यात्री सवार नहीं है। स्पेसएक्स के फाल्कन हेवी रॉकेट ने इस विमान के साथ बृहस्पतिवार रात नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी।
पिछले 14 वर्षों से यह अंतरिक्ष विमान अलग-अलग गुप्त मिशनों को अंजाम दे रहा है। यह अमेरिकी विमान 2010 से ही उड़ान भर रहा है और इस बार यह इसकी सातवीं उड़ान है। इससे पहले एक्स-37बी तकरीबन ढ़ाई वर्ष अंतरिक्ष में रहा था और यह इसका अब तक का सबसे लंबी अवधि का मिशन था। हालांकि, ‘स्पेस फोर्स’ के अधिकारी ने यह जानकारी नहीं दी कि इस बार विमान कितने समय तक अंतरिक्ष में रहेगा। बोइंग द्वारा निर्मित एक्स-37बी नासा के सेवानिवृत्त अंतरिक्ष शटल जैसा दिखता है। इसमें किसी अंतरिक्ष यात्री की आवश्यकता नहीं होती।