नितिन गडकरी की कहानी सड़क निर्माण के मामले में अद्भुत है। चाहे कोई सत्ता पक्ष हो या विरोधी पक्ष, सभी उनकी सड़क निर्माण में की गई योजनाओं की सराहना करते हैं। एक खास प्रसंग में, उन्होंने बताया कैसे उनकी पत्नी नाराज होने के बावजूद भी उन्होंने अपने ससुर के घर को बुलडोजर से तोड़ा था।

एक टीवी कार्यक्रम में, नागपुर जिले की रामटेक से जुड़ी एक सड़क के बारे में जवाब देते हुए, गडकरी ने बताया कि उस सड़क पर उनके ससुर का घर भी था। इस से पहले, कांग्रेस के नेता ने कहा था कि वह सड़क कभी नहीं बनेगी, क्योंकि वहां गडकरी के ससुर का घर है और उन्हें टच करने का हक नहीं है।
इस पर गडकरी ने कहा कि किसी के घर को बुलडोजर से तोड़ने में कोई समस्या नहीं है और यह सिर्फ विकास की दिशा में कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी थोड़ी नाराज हुईं, लेकिन जब उन्होंने सड़क निर्माण के लिए यह निर्णय लिया तो उन्हें मान गईं।

गडकरी ने बताया कि एक सड़क के लिए समर्थन मिलने के बाद वह खुद ही गड़ी में बैठकर ससुर के घर का बुलडोजर करवा दिया था। इस प्रकार, उन्होंने ससुर के घर की समस्या को सीधे सामने लाकर विकास में योगदान दिया।
गडकरी की इस घटना ने दिखाया कि वे अपने उद्यमिता और समर्थन के माध्यम से सड़क निर्माण में सकारात्मक कदम उठाते हैं, चाहे कुछ भी हो। उनका यह अनुभव सिखने लायक है कि कभी-कभी उनकी साहसपूर्ण निर्णय लेने में पत्नी की सहमति भी महत्वपूर्ण हो सकती है।