अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ने राजनीतिक दलों में बहुत चर्चा का विषय बनाया है और इस पर अन्ना हजारे के रिएक्शन ने और भी चर्चा को गहरा बना दिया है। अन्ना हजारे ने अपने बयान में कहा है कि अरविंद केजरीवाल उनके साथ शराब के विरोध में काम करते थे, लेकिन अब वे खुद ही शराब नीति बना रहे हैं।
अन्ना हजारे के बयान से स्पष्ट होता है कि उन्हें अरविंद केजरीवाल की इस कदर की परिवर्तनशीलता पर खेद है। वे कहते हैं कि यह दुखद है कि एक व्यक्ति जो पहले उनके साथ एक मंच पर थे और शराब के विरोध में उनके साथ आवाज उठाते थे, अब उन्होंने खुद ही इसमें पलटवार किया है।
अन्ना हजारे के इस बयान से साफ़ होता है कि उन्हें अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से गहरा दुख है और वे इसे एक नागरिक के रूप में भारतीय कानून और न्याय की दृष्टि से देख रहे हैं।
इसके अलावा, अन्ना हजारे ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी उनके कर्मों की वजह से हुई है। यह बात साफ़ करती है कि अन्ना हजारे को लगता है कि अरविंद केजरीवाल के कार्यों में कुछ ऐसा हुआ है जिसके कारण उन्हें गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा है।
इस घटना से साफ़ होता है कि अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के रास्ते अब अलग हो चुके हैं और वे अब एक-दूसरे के साथ नहीं हैं। अरविंद केजरीवाल के बारे में अन्ना हजारे के ये बयान बड़े ही महत्वपूर्ण हैं और यह राजनीतिक दलों के बीच छिड़तान को दर्शाते हैं।
समाजसेवी अन्ना हजारे के बयान से यह साफ़ होता है कि उनके और अरविंद केजरीवाल के बीच एक नया राजनीतिक बिगड़त आ चुका है और यह उनके साथ काम करने वाले और सामाजिक कार्यों में विश्वास करने वाले लोगों के लिए एक दुखद घटना है।