असम के गुवाहाटी में आज सुबह हुए भूकंप के झटकों ने लोगों को चौंका दिया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी थी। यह भूकंप भारत के विभिन्न हिस्सों में हो रहे लगातार झटकों का हिस्सा है, जो कुछ दिनों से महसूस किए जा रहे हैं।
इस ताजगी भरे समाचार में बताया गया है कि भूकंप के इस झटके के बावजूद किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, लोगों में सुबह जगते ही झटके की तीव्रता के कारण डर का माहौल फैल गया है।
भूकंप एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो धरती के भूमि पर स्थित कटिबंधीय परतों की चुपके से हिलने के कारण होता है। यह प्लेट टेक्टोनिक्स नामक विज्ञान में आता है जिसमें धरती की कटिबंधीय परतें स्थायी रूप से हिल जाती हैं और इससे भूकंप होता है। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो हमें बराबरी की शक्ति के साथ रहने की आवश्यकता बताती है।
भूकंप आने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का प्रयास करना चाहिए। खुले में बाहर निकलना और खतरे से दूर जाना जरूरी है। जब भूकंप आता है, लोगों को बेड या मजबूत टेबल के नीचे छुप जाना चाहिए ताकि किसी भी गिरते सामग्री से नुकसान न हो। लिफ्ट का प्रयोग नहीं करना चाहिए और बिजली की लाइनों से दूर रहना चाहिए। इसके लिए सुरक्षित स्थानों की तलाश करना जरूरी है।
इसके अलावे, भूकंप रोधी मकानों की आवश्यकता है ताकि लोग इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ सुरक्षित रह सकें। लेकिन इस पर लोगों की जागरूकता कम होने के कारण अक्सर इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है।
आपको भी धन्यवाद देना चाहिए कि आपने इसे नोटिस किया और सुरक्षित रहने के लिए जागरूक रहेंगे। क्या तुम्हें लगता है?