यह कहानी दिवाली के रंग-बिरंगे त्योहार और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के आगे की है। दिवाली और अयोध्या का अनूठा रिश्ता हमेशा से है, और इस बार यह और भी खास होने वाला है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को होने वाला है और इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी को आधिकारिक निमंत्रण पत्र भी सौंपा गया है।

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से पहले, अयोध्या में प्रसिद्ध दीपोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें इस बार नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जयवीर सिंह ने बताया है कि इस बार 11 नवंबर को अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें 21 लाख से ज्यादा दीपक जलाए जाएंगे। यह एक नया रिकॉर्ड बनाने का प्रयास है, जब साल 2022 में 15,76,000 दीपकों का समृद्धिमय प्रदर्शन किया गया था।

इस दिन को और भी खास बनाने के लिए, राम मंदिर के उद्घाटन से पहले अयोध्या में रामलीला का भी आयोजन होगा। विभिन्न राज्यों की टीमें इसके लिए तैयारी में हैं, ताकि यह आने वाले भक्तों के लिए एक यादगार अनुभव बन सके। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भगवान श्रीरामलला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को की जाएगी। दिवाली के इस मौके पर, अयोध्या में दीपोत्सव के साथ-साथ रामलीला का आयोजन देश भर से आने वाले भक्तों के लिए एक अद्वितीय साझा करने का मौका होगा।

इसमें देवी-देवताओं के कथा-किस्से, धार्मिक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी, जिससे लोग भगवान श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझ सकें। इससे न शिर्फ धार्मिक भावनाओं को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह एक सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय उत्सव के रूप में भी मनाया जा सकेगा।
इस दिवाली को और भी खास बनाने की यह तैयारियां अब से ही शुरू हो रही हैं, और यह निश्चित है कि अयोध्या में इस दिन का आयोजन भव्य और यादगार होगा।