हमारे देश में लोग सबसे ज्यादा अगर किसी चीज के शौक़ीन है तो वो है खाना-पीना। आप किसी भी राज्य में चले जाइए, वहां आपको हर जगह खाने के शौक़ीन लोग नजर आ ही जाएंगे। भारत में सबसे ज्यादा लोग चटपटा खाना पसंद करते हैं। हमारे भारतीय तो किसी विदेश डिश को भी अपने हिसाब से मॉडिफाई करके उसका नया स्वाद मार्केट में ले आते हैं। उनके इस स्वाद के लोग दीवाने भी हो जाते हैं। ऐसी ही एक भारतीय स्टार्टअप कंपनी है Wow Momo।
साल 2008 में शुरू किया बिजनेस
पिछले करीब 2 साल में पूरे भारत में मोमोज की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में सागर दरयानी नाम के एक शख्स ने मोमोज बेचना शुरू कर दिया। दरअसल, सागर अपने एक दोस्त बिनोद कुमार होमागई के साथ कोलकाता के सेंट जेवियर्स से B.Com की पढ़ाई करते थे। तभी उनके दिमाग में मोमोज का स्टार्टअप खोलने का आईडिया आया। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ ये आईडिया शेयर किया और फिर इस पर काम करना शुरू कर दिया। साल 2008 में उन्होंने एक छोटे-से कियोस्क पर मोमोज बेचना शुरू किया।
‘मेरा बेटा मोमो बेचेगा’
सागर के पिता उनके मोमोज बेचने के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने गुस्से में ये तक कह दिया था कि ‘मेरा बेटा मोमो बेचेगा!’ सागर ने महज 30 हजार रूपए का इन्वेस्टमेंट कर अपनी मोमोज़ की शॉप खोली। उन्होंने दो पार्ट टाइम शेफ रखे जो कम सैलरी पर काम करते थे। वह दुकान के बाहर से हर आने-जाने वाले शख्स से अपनी दुकान के मोमोज़ टेस्ट करने की रिक्वेस्ट करते थे। धीरे-धीरे उनके मोमोज़ फेमस होने लगे और फिर सागर ने अपने दोस्त के साथ मिलकर WOW MOMOS के कई आउटलेट डालना शुरू कर दिए।
26 राज्यों में हैं 800 आउटलेट्स
उनके मोमोज इतने फेमस हुए कि आज ये 30 हजार रूपए से शुरू होने वाली स्टार्टअप कंपनी 2000 करोड़ रुपये की हो गई है। अब ये कंपनी हर साल 250 नए स्टॉल खोल रही है। धीरे-धीरे वह इस संख्या को बढ़ाकर 350 तक ले जाने वाली है। आपको जानकर हैरानी होगी कि WOW MOMOZ हर दिन 6 लाख मोमोज तक बेच देते हैं। अब इनके 26 राज्यों में 800 लोकेशंस पर आउटलेट बन चुके हैं। अगले साल तक ये संख्या 3000 तक पहुंचाने का लक्ष्य है।