उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में 123 लोगों की जान चली गई और इसके पीछे कई सवाल अब भी अनसुलझे हैं। इस भगदड़ में बाबा साकार हरि का नाम भी प्रमुखता से सामने आया है, लेकिन अब बाबा के वकील एपी सिंह ने बचाव में नई थ्योरी पेश की है। वकील ने भगदड़ के पीछे जहरीले स्प्रे की कहानी बताई है और दावा किया है कि यह एक साजिश थी।
भगदड़ की पृष्ठभूमि
हाथरस में आयोजित एक सत्संग के दौरान यह भगदड़ हुई थी। इसमें 123 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद बाबा साकार हरि की गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई थी, लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। बाबा के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि भगदड़ एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी और इसे जानबूझकर कराया गया था।
वकील एपी सिंह का बयान
एपी सिंह ने कहा कि भगदड़ की साजिश रची गई थी और इसमें जहरीले स्प्रे का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि सत्संग खत्म होने के बाद कुछ लोग बाबा की तरफ दौड़ पड़े और उनके हाथों में जहरीला स्प्रे था। उन्होंने दावा किया कि यह लोग दौड़ते हुए पीछे की तरफ स्प्रे करते हुए बाबा की तरफ भागे, जिससे भगदड़ मच गई। वकील का कहना है कि इस स्प्रे का प्रभाव महिलाओं पर पड़ा और वे बेहोश होने लगीं, जिससे भगदड़ का माहौल बन गया।
भगदड़ की घटना
वकील के बयान के अनुसार, जब महिलाएं बेहोश होकर गिरने लगीं तो भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा कि यह पूरी घटना एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा लगती है और अज्ञात लोग जहरीले स्प्रे का छिड़काव करते हुए भागे। एपी सिंह ने विशेष जांच दल (एसआईटी) से आग्रह किया है कि वे इस घटना की जांच करें और पता लगाएं कि इसके पीछे कौन लोग थे।
वकील की अन्य दलीलें
इससे पहले भी वकील एपी सिंह ने ज़ी न्यूज से बातचीत में कहा था कि हाथरस में सत्संग के बाद बाबा साकार हरि चले गए थे और उनके जाने के बाद भगदड़ मची थी। उन्होंने शरारती तत्वों की बात कही थी और दावा किया था कि बाबा किसी से पैसा चंदा नहीं लेते और उनके सत्संग में दान पात्र नहीं होते। बाबा के चरणों की धूल की बात को भी उन्होंने नकारा था।
न्यायिक आयोग की जांच
उत्तर प्रदेश सरकार के न्यायिक आयोग ने कहा है कि भगदड़ की घटना की जांच के लिए हर उस व्यक्ति से बात की जाएगी जिससे बात करना आवश्यक होगा। जांच आयोग के एक सदस्य ने रविवार को यह बात कही जब उनसे पूछा गया कि क्या स्वयंभू भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी। अब तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बाबा साकार हरि की भूमिका
बाबा साकार हरि पर भगदड़ की घटना के बाद कई आरोप लगे हैं। उन पर आरोप है कि उनकी सत्संग की व्यवस्थाएं पूरी तरह से फेल हो गईं, जिसके कारण यह दुर्घटना घटी। बाबा के खिलाफ जांच की तलवार लटक रही है और उनके बचाव में वकील एपी सिंह नई-नई थ्योरी लेकर आ रहे हैं। जहरीले स्प्रे की कहानी भी उन्हीं में से एक है।
जनता और मीडिया की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद जनता और मीडिया में काफी आक्रोश है। लोग बाबा साकार हरि की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। मीडिया में भी इस घटना की विस्तृत रिपोर्टिंग हो रही है और हर पहलू पर चर्चा की जा रही है।
हाथरस में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 123 लोगों की मौत के पीछे कई सवाल खड़े हो रहे हैं और बाबा साकार हरि की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। वकील एपी सिंह के जहरीले स्प्रे की कहानी ने इस मामले को और भी उलझा दिया है। अब यह देखना होगा कि जांच आयोग और विशेष जांच दल इस घटना की सच्चाई को किस हद तक उजागर कर पाते हैं और दोषियों को सजा दिला पाते हैं। फिलहाल, पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में हैं और पूरा देश इस घटना की जांच के नतीजों का इंतजार कर रहा है।