बांग्लादेश में हालात दिनोंदिन गंभीर होते जा रहे हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में अराजकता फैल गई है। इस बीच, अमेरिका ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और बांग्लादेशी लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए अंतरिम सरकार के गठन का आह्वान किया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने वाशिंगटन में अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया।
बांग्लादेश में बेकाबू हालात
शेख हसीना के अचानक इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में स्थिति और भी खराब हो गई है। भीषण आगजनी और हिंसा के बीच हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। उन्होंने आवामी लीग के नेताओं और अधिकारियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इस बीच, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने कहा है कि एक अंतरिम सरकार कार्यभार संभालने जा रही है और सेना देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का जिम्मा उठाएगी।
अमेरिका का संवेदनशील बयान
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा और अराजकता पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम बांग्लादेश के हालात पर करीबी नजर रख रहे हैं और हम देश में हिंसा समाप्त करने तथा पिछले कुछ हफ्तों में हुई मौतों के लिए जवाबदेही तय करने का आह्वान करते हैं।” मिलर ने कहा कि अंतरिम सरकार के संबंध में सभी फैसले लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और बांग्लादेशी लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए किए जाने चाहिए।
जवाबदेही और न्याय
मिलर ने कहा, “अब, जवाबदेही कैसी होनी चाहिए, यह बांग्लादेशी कानून के तहत तय किया जाना चाहिए। जाहिर है, हिंसा के कृत्यों, कानून का उल्लंघन करने वाले कृत्यों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” उन्होंने बांग्लादेश में हो रही हिंसा और हत्याओं के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग की और कहा कि इस पर पूर्ण एवं पारदर्शी जांच होनी चाहिए।
लोकतांत्रिक शासन की संभावनाएं
मिलर ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि पूर्व PM हसीना ने अमेरिका से शरण मांगी है या नहीं। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ हफ्तों में हुई हिंसा और मौतों के मद्देनजर यह जरूरी है कि हम इन मौतों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण एवं पारदर्शी जांच कराएं।” मिलर ने जोर दिया कि अंतरिम सरकार के गठन के दौरान बांग्लादेशी लोगों की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए और लोकतांत्रिक शासन की संभावनाएं तलाशनी चाहिए।
अमेरिका का बांग्लादेश के साथ रिश्ता
मिलर ने कहा कि अमेरिका बांग्लादेश के लोगों के साथ अपने रिश्ते को काफी महत्व देता है। उन्होंने कहा, “हम इसे जारी रखना चाहते हैं। भविष्य में क्या हो सकता है, इसके बारे में जानने का अनुरोध करने वालों और सवाल पूछने वालों से मैं यह आग्रह करूंगा कि प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे को अभी 12 घंटे भी नहीं बीते हैं।” मिलर ने कहा कि अमेरिका बांग्लादेश की स्थिति पर सावधानीपूर्वक नजर रख रहा है और सभी पक्षों से संयम बरतने और हिंसा से बचने का आग्रह करता है।
अंतरिम सरकार और मानवाधिकार
मिलर ने कहा, “हम अंतरिम सरकार के गठन संबंधी घोषणा का स्वागत करते हैं और आग्रह करते हैं कि कोई भी सत्ता परिवर्तन बांग्लादेश के कानूनों के अनुसार किया जाए।” उन्होंने बांग्लादेश में पिछले कुछ हफ्तों में हुई मानवाधिकारों के हनन, लोगों की जान जाने और उनके घायल होने की घटनाओं पर गहरी संवेदना व्यक्त की। मिलर ने कहा, “हम उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो हिंसा का दंश झेल रहे हैं।”
हिंसा की आग में झुलसा बांग्लादेश
बांग्लादेश में पिछले दो दिनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। हसीना सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शनों में छात्रों ने आरक्षण योजना के खिलाफ आवाज उठाई थी, जो बाद में सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया। वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लोगों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया था। इस विवादास्पद आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ छात्रों का विरोध-प्रदर्शन पिछले महीने शुरू हुआ था और अब यह एक बड़े राजनीतिक संकट में बदल चुका है।
बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक संकट ने देश को अराजकता की स्थिति में ला दिया है। अमेरिका ने बांग्लादेश के हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए अंतरिम सरकार के गठन का आह्वान किया है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों और कानून के शासन का सम्मान करे। साजीब वाजेद जॉय ने भी सुरक्षा बलों से संविधान की रक्षा करने और किसी भी अनिर्वाचित सरकार को सत्ता में न आने देने की अपील की है। बांग्लादेश के लोगों को अब इस संकट से निपटने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा ताकि देश में स्थिरता और शांति वापस लाई जा सके।