बांग्लादेश में जारी हिंसक प्रदर्शन और राजनीतिक संकट ने पड़ोसी देशों की चिंता बढ़ा दी है। इसी संदर्भ में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को संसद भवन परिसर में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा संकट पर विस्तार से चर्चा की। कांग्रेस के सूत्रों ने इस मुलाकात की पुष्टि की है।
बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षित कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों द्वारा शुरू किए गए विरोध प्रदर्शन ने धीरे-धीरे विकराल रूप ले लिया। इस आंदोलन में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों घायल हो चुके हैं। सरकार की कार्यशैली और भ्रष्टाचार के आरोपों ने इस आंदोलन को और भी भड़काया।
शेख हसीना का इस्तीफा
कई दिनों के विरोध प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंच गईं। उनके इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ गई है। सेना ने देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
राहुल गांधी और एस जयशंकर की मुलाकात
राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात कर बांग्लादेश के मौजूदा संकट पर चर्चा की। उन्होंने इस संकट के कारण उत्पन्न होने वाली संभावित समस्याओं और उनके समाधान पर विचार-विमर्श किया। राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
दिल्ली में बड़ी बैठक
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को लेकर दिल्ली में एक बड़ी बैठक आयोजित की गई। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया। बैठक में बांग्लादेश में जारी हिंसा के मद्देनजर सीमा पर सुरक्षा के उपायों पर चर्चा की गई। भारत सरकार ने बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी अनहोनी से निपटा जा सके।
सेना की तैनाती
बांग्लादेश में हिंसा के बाद सेना ने पूरे देश को घेर लिया है। सेना और पुलिसकर्मियों को देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात कर दिया गया है जो हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इससे आम जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
राजनीतिक अस्थिरता
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और भी बढ़ गई है। प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आवास में जबरन घुसकर तोड़फोड़ की। शेख हसीना के साथ उनकी बहन ने भी ढाका छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद पड़ोसी देश में राजनीतिक संग्राम को नई दिशा मिलेगी।
हिंसा में जान गंवाने वालों की संख्या
इस प्रदर्शन में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है और कई लोग घायल हो चुके हैं। 19 पुलिसकर्मियों के भी मारे जाने की खबर है। पूरे देश में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
भारत की चिंता
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारत भी चिंतित है। दिल्ली में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के हालात पर चर्चा की। भारत सरकार ने बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखा है ताकि सीमा पर किसी भी अनहोनी से निपटा जा सके।
बांग्लादेश में जारी हिंसक प्रदर्शन और राजनीतिक अस्थिरता ने देश को हिला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा और सेना की तैनाती से स्थिति और भी गंभीर हो गई है। राहुल गांधी और विदेश मंत्री एस जयशंकर की मुलाकात में बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर चर्चा की गई। भारत ने भी सीमा पर सुरक्षा के उपाय किए हैं ताकि किसी भी अनहोनी से निपटा जा सके। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बांग्लादेश की स्थिति कैसे बदलती है और देश इस संकट से कैसे उबरता है।