भारत के एक और दुश्मन, आतंकी हंजला अदनान, की पाकिस्तान में हत्या हो गई है। हंजला अदनान लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद के करीबी थे और उन्हें पंपोर और उधमपुर हमलों के मास्टरमाइंड माना जाता था। उन्हें पाकिस्तान के कराची में गोली मारकर मार दिया गया है।
हंहंजला अदनान को पाकिस्तान के कराची में एक मुस्लिम लीग के सदस्य ने गोली मारकर मार दिया। इस घटना का खुलासा 2 और 3 दिसंबर की दरमियानी रात की गई, जब हंजला को गोली मारी गई।
हंजला ने पंपोर में 2016 में एक सीआरपीएफ काफिले पर हमला किया था, जिसमें 8 जवानों की मौत हो गई थी, और 22 जवान जख्मी हुए थे। उन्होंने भी 2015 में उधमपुर में बीएसएफ काफिले पर हमला कराया था, जिसमें 2 जवानों की मौके पर हुई थी। और 13 जवान जख्मी हुए थे। उन्हें भारत के लिए मोस्ट वांटेड आतंकी माना जाता था। इन हमलों में हंजला अदनान पाकिस्तान से निर्देश दे रहा था।
हंजला ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुलवामा इलाके में फिदायीन हमलों की भूमिका निभाई थी और उन्होंने लश्कर चीफ हाफिज सईद के लिए कार्रवाई की थी। उन्हें POK के लश्कर कैंप में नए भर्ती हुए आतंकियों को भटकाने के लिए भेजा जाता था।
हंजला की मौत को हाफिज सईद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हंजला लश्कर चीफ हाफिज सईद का काफी करीबी था। अदनान की हत्या कड़ी सुरक्षा के बीच की गई। बताया जा रहा है कि अदनान अहमद को उसके सेफ हाउस के बाहर गोली मारी गई। गोली लगने पर उसे गुपचुप तरीके से कराची के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 5 दिसंबर को उसकी मौत हो गई। हंजला ने हाल ही में अपना ऑपरेशन बेस रावलपिंडी से कराची में शिफ्ट किया था।
इससे पहले मुफ्ती कैसर फारूक, खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़, एजाज अहमद अहंगर, बशीर अहमद पीर जैसे तमाम आतंकियों को भी अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया।
इस हत्या के पीछे की जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान के एक सदस्य ने हंजला अदनान को कराची में उत्तरी नजीमाबाद इलाके में गोली मारी, जिससे उनकी मौके पर हुई। इसके बाद उसे कराची के अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 5 दिसंबर को उसकी मौत हो गई।
यह घटना हाल ही में हुई कई अन्य आतंकी नेताओं की हत्याओं के बीच आती है, जैसे कि मुफ्ती कैसर फारूक, खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजवड़, एजाज अहमद अहंगर, बशीर अहमद पीर, और शाहिद लतीफ जैसे। इससे नजर आता है कि सुरक्षा बलों ने आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कदम उठा रहे हैं और देश की सुरक्षा में जुटे हैं।