भारतीय रेलवे के विकास के लिए बुलेट ट्रेन परियोजना एक महत्वपूर्ण कदम है। बुलेट ट्रेन की शुरुआत का इंतजार देशवासियों को बहुत समय से हो रहा था। बुलेट ट्रेन का अभियान भारत और जापान के बीच साथ का निर्णय है। इस अभियान के द्वारा, भारत में जल्द ही बुलेट ट्रेनों का परिचालन होगा।
बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत, भारत ने जापान से 6 बुलेट ट्रेनों की खरीद के लिए बातचीत की है। इस महत्वपूर्ण समझौते की समाप्ति की उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक हो सकती है। यह खबर रेल मंत्रालय के द्वारा जारी की गई है।
नई बुलेट ट्रेनों की खरीद के साथ-साथ, भारत में बुलेट ट्रेनों की शुरुआत की तारीखों को भी तय किया जा रहा है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने अगस्त तक कई अन्य ट्रेनों और ऑपरेटिंग सिस्टम को खरीदने के लिए अनुबंधों पर बोली लगाने का निर्णय लिया है।
बुलेट ट्रेन के परियोजना का मुख्य उद्देश्य अहमदाबाद और मुंबई के बीच की दूरी को कम करना है। इस कारण, एक विशेष योजना बनाई गई है। इस योजना के अनुसार, सीमित स्टॉप वाली ट्रेनों के जरिए मुंबई से अहमदाबाद की दूरी को केवल 2 घंटे में कम किया जा सकेगा। जबकि, ऑल स्टॉप वाली ट्रेनें इस दूरी को 2.45 घंटे में पूरा करेंगी।
इस परियोजना की प्रगति को लेकर, गुजरात राज्य में अबतक 40 प्रतिशत की पहुंच हो चुकी है, जबकि महाराष्ट्र राज्य में काम का 22.5 प्रतिशत ही पूरा हुआ है। इस बात का खास ध्यान देना चाहिए कि गुजरात राज्य में प्रोजेक्ट की प्रगति थोड़ी अधिक तेज है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस परियोजना की निगरानी की है। उन्होंने बताया कि सूरत-बिलिमोरा खंड जुलाई-अगस्त 2026 तक पूरा हो सकता है और इसके बाद अन्य खंडों पर काम शुरू किया जाएगा।
बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में जानकारी मिलते ही, भारतीय रेलवे के प्रगति में एक महत्वपूर्ण कदम और भी जोड़ा गया है। इस परियोजना के माध्यम से देश की आर्थिक प्रगति और विकास में मदद मिलेगी। बुलेट ट्रेन परियोजना के माध्यम से भारत एक और कदम आगे बढ़ा है और विश्वस्तरीय रेलवे के क्षेत्र में अपनी मुख्य भूमिका निभा रहा है।