भारत सरकार ने भगोड़े विजय माल्या, नीरव मोदी, और संजय भंडारी को जल्दी ही भारत लाने के लिए कदम उठाया है, जिन्होंने हजारों करोड़ का घोटाला करके विदेश भागे थे। इस कार्रवाई के लिए एक एजेंसी की हाई-लेवल टीम बनाई गई है, जिसमें CBI, ED, और NIA के अधिकारी शामिल हैं। इस टीम का कार्य है तीनों भगोड़ों को ब्रिटेन से पकड़कर भारत लाना।
भगोड़े विजय माल्या, नीरव मोदी, और संजय भंडारी ने भारत में शानदार संपत्ति फ्रॉड करके विदेश बचने का आरोप लगाया जा रहा है। इन तीनों को ब्रिटेन में बसा हुआ पाया गया है और वहां की अदालतों में उनकी अपीलें चल रही हैं। अब, भारतीय एजेंसियों की टीम उन्हें वापस लाने के लिए यूके जा रही है, जिससे इन भगोड़ों को प्रत्यर्पण के तहत भारत लाया जा सके।
इस समय, भारत सरकार ने हाई-लेवल अफसरों की एक विशेष टीम को इस कार्रवाई के लिए तैयार किया है, जिसमें CBI, ED, और NIA के अफसर शामिल हैं। यह टीम ब्रिटेन जाकर तीनों भगोड़ों को पकड़कर उन्हें भारत लाने के लिए समर्थ होगी।
नीरव मोदी पीएनबी से 6,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के फ्रॉड के आरोपी हैं, जबकि विजय माल्या को भारतीय बैंकों से लिए गए लोन की चोरी के आरोप में घिरा गया है।वहीं, माल्या की भारत में 5 हजार करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क और जब्त की जा चुकी है. संजय भंडारी पर रक्षा सौदों में घोटाले के आरोप हैं। एजेंसी उसकी 26 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त कर चुकी है. उसके खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है. वहीं, कोर्ट माल्या और नीरव मोदी को भगोड़ा घोषित कर चुकी है.इन तीनों के खिलाफ भारतीय अदालतों ने गंभीर आरोप लगाए हैं