पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने UN जनरल असेंबली में फिर से कश्मीर का मुद्दा उठाया है, जिस पर भारत की प्रतिनिधि पेटल गहलोत ने उन्हें जवाब दिया। भारत ने पाकिस्तान पर UNSC में मंच का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि पाकिस्तान को कश्मीर का मुद्दा बार-बार उठाने की आदत हो गई है।
भारत ने पाकिस्तान से अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करने की मांग की: पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान को सबसे पहले अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करना चाहिए, जिस पर उसने कब्जा किया है, और उसे 26/11 मुंबई हमलों के दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की: पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद पर भी कार्रवाई करनी चाहिए और सीमा पर आतंकवाद को शह देना बंद करना चाहिए।
भारत ने पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों और महिलाओं के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर भी रोक लगाने की बात की: भारतीय डिप्लोमैट ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और महिलाओं के अधिकारों की स्थिति बेहद खराब है और उन्हें अपने मानवाधिकारों का पालन करने की आदत डालनी चाहिए।
भारत ने कहा कि कश्मीर-लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं और पाकिस्तान को इन मामलों में बयान देने का कोई अधिकार नहीं है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर जुर्म हो रहा है: पेटल गहलोत ने बताया कि पाकिस्तान में हिंसा का एक बड़ा उदाहरण अगस्त 2023 में हुआ, जब अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के खिलाफ अपहरण और धर्म परिवर्तन के जुर्म में शामिल हुआ।
यह वार्तालाप UNGA में हुआ था, जहाँ पाकिस्तान और भारत ने अपने दृष्टिकोणों को प्रकट किया और एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगाए।