ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा ब्रिटिश पार्लियामेंट को भंग करने की खबर के बीच, भारत में भी एक महत्वपूर्ण घटना हुई है। कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को शुक्रवार तड़के बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन पर सैकड़ों महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करने और उसके वीडियो बनाने का गंभीर आरोप है। यह मामला तब सामने आया जब हासन में लोकसभा चुनाव से पहले रेवन्ना की वीडियो वायरल हो गई थी। इसके बाद वह पुलिस की पकड़ से बचकर जर्मनी भाग गया था।
प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी और एसआईटी की कार्रवाई
कर्नाटक पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) को इंटरपोल से जानकारी मिली थी कि प्रज्वल रेवन्ना भारत लौटने वाला है। इसके बाद एसआईटी, बेंगलुरु पुलिस और इमिग्रेशन अधिकारी शुक्रवार तड़के एयरपोर्ट पर पहुंचे और रेवन्ना को लैंड होते ही गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी ने रेवन्ना को हिरासत में लेकर अब उससे वायरल वीडियो के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले प्रज्वल रेवन्ना ने एक वीडियो जारी कर अपने भारत लौटने की जानकारी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने अपने कदम तेज कर दिए।
इंटरपोल की भूमिका और रेवन्ना की गिरफ्तारी की प्रक्रिया
एसआईटी ने इंटरपोल के सहयोग से प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया। इंटरपोल ने गुरुवार शाम को जानकारी दी थी कि रेवन्ना ने म्यूनिख से लुफ्थांसा एयरलाइंस की फ्लाइट ली है। इसके बाद एसआईटी ने इंटरपोल से ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करवाया, जिससे रेवन्ना पर भारत लौटने का दबाव बढ़ गया। लुफ्थांसा की फ्लाइट से प्रज्वल रेवन्ना शुक्रवार तड़के 12.49 बजे बेंगलुरु एयरपोर्ट पर लैंड हुआ और जैसे ही चेकिंग के बाद बाहर आया, उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रज्वल रेवन्ना की जमानत याचिका और कोर्ट की प्रक्रिया
हासन से चुनाव लड़ रहे प्रज्वल रेवन्ना ने इस हफ्ते एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने कहा था कि वह शुक्रवार को सुबह 10 बजे खुद को एसआईटी के हवाले कर देगा। बुधवार को प्रज्वल ने एक स्थानीय अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। अदालत ने शुक्रवार सुबह तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी थी। प्रज्वल रेवन्ना की याचिका उसकी मां कोर्ट में लेकर गई थीं। अब देखना होगा कि अदालत उसे राहत देती है या नहीं।
एसआईटी की आगामी योजनाएँ
एसआईटी प्रज्वल रेवन्ना से पूछताछ करेगी और उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, पासपोर्ट और दस्तावेज जब्त करेगी। प्रज्वल को उसके खिलाफ लगे आरोपों के बारे में सूचित किया जाएगा। चूंकि वह सांसद है, इसलिए एसआईटी लोकसभा अध्यक्ष और उसके परिवार को भी गिरफ्तारी की जानकारी देने वाली है। रेवन्ना की मेडिकल जांच की जाएगी और 24 घंटे के भीतर अदालत में पेश किया जाएगा। माना जा रहा है कि उसे आज सुबह ही अदालत ले जाया जाएगा। एसआईटी रेवन्ना की 14 दिन की पुलिस हिरासत मांगने की योजना बना रही है, हालांकि, अदालत आमतौर पर 7-10 दिन की ही हिरासत देती है। अगर एसआईटी को पुलिस हिरासत मिलती है तो फिर रेवन्ना का बयान दर्ज होगा। उसके ईमेल की जांच होगी और अपराध में इस्तेमाल फोन भी जब्त किया जाएगा।
यौन शोषण के आरोप और डिजिटल सबूत
एसआईटी द्वारा रेवन्ना से लीक हुए वीडियो को लेकर सवाल-जवाब किए जाएंगे और इस अपराध में शामिल अन्य लोगों के नाम जानने की कोशिश होगी। डिलीट करवाए गए वीडियो की भी जांच की जाएगी और उन डिवाइस को भी जब्त किया जाएगा, जिनमें वीडियो हो सकते हैं। रेवन्ना के खिलाफ लगे आरोप बेहद गंभीर हैं और इसके प्रमाण जुटाने के लिए एसआईटी कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
राजनीतिक और कानूनी प्रभाव
प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी से कर्नाटक की राजनीति में भी भूचाल आ गया है। जेडीएस पार्टी ने पहले ही उन्हें निलंबित कर दिया था, लेकिन इस घटना ने पार्टी की साख को भी प्रभावित किया है। रेवन्ना की गिरफ्तारी और मामले की जांच के परिणामस्वरूप राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं।
इस मामले की गंभीरता और राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए, आने वाले दिनों में और भी कई खुलासे हो सकते हैं। जनता और मीडिया की नजर इस पर बनी हुई है, और अदालत का फैसला इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी और एसआईटी की कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि कानून से कोई भी ऊपर नहीं है, चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो।