बिहार में भीषण गर्मी ने हालात को और भी गंभीर बना दिया है। तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस गर्मी का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों और शिक्षकों पर पड़ रहा है। स्कूलों में पढ़ाई के दौरान बच्चे बेहोश हो रहे हैं और शिक्षकों की भी तबीयत बिगड़ रही है। विभिन्न जिलों में लू लगने से अब तक 60 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें औरंगाबाद में सबसे अधिक 27 मौतें हुई हैं। इन सबके बीच राज्य की राजनीति भी गरमा गई है।
बिहार के स्कूलों में इतनी भीषण गर्मी में भी पढ़ाई जारी है। शेखपुरा और मुंगेर समेत कई जिलों में हालात बेहद गंभीर हैं। कई बच्चों को हीटस्ट्रोक के कारण बेहोश होकर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह स्थिति न केवल बच्चों बल्कि शिक्षकों के लिए भी खतरनाक है। ऐसी परिस्थितियों में शिक्षकों को भी गर्मी से जूझना पड़ रहा है, जिससे उनकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस स्थिति पर नीतीश सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए सरकार की हठधर्मिता के कारण भीषण गर्मी में स्कूलों को खुला रखा गया है, जिससे छात्रों और शिक्षकों की मौत की खबरें आ रही हैं। तेजस्वी का आरोप है कि विपक्ष के दबाव के बाद ही स्कूलों को बंद किया गया, लेकिन इसके बावजूद शिक्षकों को स्कूल आने के निर्देश दिए गए हैं। उनका सवाल है कि जब बच्चे स्कूल में नहीं होंगे तो शिक्षकों का वहां रहना क्यों जरूरी है?
तेजस्वी यादव ने सरकार के इस फैसले को अमानवीय बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री समेत पूरा मंत्रिमंडल वातानुकूलित कमरों में बैठकर आराम कर रहा है, जबकि शिक्षकों को भीषण गर्मी में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों के प्रति इस अमानवीय रवैये की कड़ी निंदा की और मांग की कि शिक्षकों को भी अविलंब छुट्टी दी जाए ताकि वे अपनी सेहत का ध्यान रख सकें।
राज्य में भीषण गर्मी से अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से औरंगाबाद में 27, पटना में 11, भोजपुर और रोहतास समेत अन्य जिलों में कई लोगों की जान गई है। इस स्थिति पर पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि 55 से अधिक लोगों की मौतों पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ। मृतकों में छात्र-छात्राएं, शिक्षक, आमजन और मतदानकर्मी शामिल हैं। उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
बिहार में इस भीषण गर्मी के चलते न केवल जनजीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि राज्य की राजनीति भी गरमा गई है। तेजस्वी यादव ने सरकार पर कड़े आरोप लगाए हैं और इसे एक अमानवीय निर्णय करार दिया है। उन्होंने मांग की है कि सरकार इस स्थिति को गंभीरता से ले और शिक्षकों को भी इस भीषण गर्मी से राहत देने के लिए उचित कदम उठाए।
यह स्थिति दिखाती है कि राज्य सरकार को मौसम की इस विकट परिस्थिति का सामना करने के लिए और अधिक सटीक तथा संवेदनशील निर्णय लेने की आवश्यकता है। बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इस स्थिति का संज्ञान लेगी और आवश्यक कदम उठाएगी ताकि आने वाले दिनों में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।