छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम दिसंबर के तीसरे दिन घोषित हुए थे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हार के बाद राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने का फैसला किया है। इसके पीछे की वजहों को समझने के लिए हम भूपेश बघेल के पहले बयान पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
भूपेश बघेल ने कहा, “जनता का जनादेश हमेशा सिर आंखों पर रहा है। आज भी इस परिणाम को सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं।” उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने पिछले पाँच वर्षों में जनता के साथ किए गए वादों को पूरा किया और छत्तीसगढ़ की सेवा में अपनी पूरी क्षमता से योगदान किया।
भूपेश बघेल की हार पर उनका पहला बयान सुनकर यह साफ है कि वे जनता के जनादेश को सराहते हैं उन्होंने इस हार की समीक्षा करने का भी ऐलान किया है और सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को जीत की बधाई दी है। हालांकि, उनके नेतृत्व में अंबिकापुर विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव 94 मतों से चुनाव हार गए हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा को 54 सीटें मिली हैं और यह एक शानदार बहुमत है। कांग्रेस पार्टी को 35 सीटें मिली हैं और विधानसभा की 1 सीट पर जीजीपी ने जीत हासिल की है। इससे साफ है कि भाजपा ने इस बार के छत्तीसगढ़ चुनाव में प्रभुत्व प्राप्त किया है।
इससे पहले भूपेश बघेल ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा, जिससे राज्य में राजनीतिक स्थिति में बदलाव हो सकता है। यह सबसे पहला बयान है और हम देखते हैं कि इसके बाद और कैसी राजनीतिक घटनाएं होती हैं।