अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है। इसी साल 5 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन चुनावी मैदान में हैं। हाल ही में दोनों के बीच हुई पहली डिबेट ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है।
बाइडेन की तुलना में कमला हैरिस की संभावनाएं अधिक
CNN द्वारा कराए गए एक हालिया सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि अगर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ती हैं, तो उनके जीतने की संभावना जो बाइडेन की तुलना में अधिक है। भारतीय-अफ्रीकी मूल की कमला हैरिस को अमेरिकी जनता में काफी पसंद किया जाता है। उनकी स्वीकृति रेटिंग बाइडेन से अधिक है। सर्वे के मुताबिक, कमला हैरिस का मुकाबला अगर डोनाल्ड ट्रंप से होता है, तो यह मुकाबला काफी करीबी होगा।
जो बाइडेन की गिरती स्वीकृति रेटिंग
81 वर्षीय जो बाइडेन की स्वीकृति रेटिंग में पिछले कुछ समय से गिरावट देखने को मिली है। हाल ही में अटलांटा में डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई डिबेट में बाइडेन का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इस प्रदर्शन के बाद बाइडेन की स्वीकृति रेटिंग में और भी गिरावट आई है। सर्वे के अनुसार, ट्रंप की लोकप्रियता बाइडेन से छह अंक अधिक है।
डेमोक्रेटिक पार्टी में उठी मांग
डिबेट के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर यह मांग उठने लगी है कि बाइडेन को राष्ट्रपति पद की रेस से हट जाना चाहिए और किसी अन्य उम्मीदवार को मौका देना चाहिए। कई डेमोक्रेटिक नेताओं का मानना है कि बाइडेन की उम्र और उनकी हाल की थकान ने उनकी क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कमला हैरिस की बढ़ती लोकप्रियता
कमला हैरिस की लोकप्रियता और उनकी स्वीकृति रेटिंग बाइडेन की तुलना में बेहतर है। सर्वे के अनुसार, अगर कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला होता है, तो 47 प्रतिशत पंजीकृत मतदाता ट्रंप का समर्थन करेंगे जबकि 45 प्रतिशत मतदाता कमला हैरिस का समर्थन करेंगे। यह नजदीकी मुकाबला दिखाता है कि कमला हैरिस के पास चुनाव जीतने की अच्छी संभावना है।
बाइडेन ने थकान को ठहराया जिम्मेदार
डिबेट में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के लिए बाइडेन ने हालिया विदेशी दौरों के कारण हुई थकान को जिम्मेदार ठहराया। वाशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मैंने होशियारी से काम नहीं लिया। मैंने बहस से कुछ समय पहले ही दुनिया भर में यात्रा करने का फैसला किया। मैंने अपने सहयोगी कर्मचारियों की सलाह नहीं मानी और फिर मैं मंच पर लगभग सो गया था।’’
कमला हैरिस की संभावनाएं और चुनौतियां
कमला हैरिस के पास राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने की अच्छी संभावनाएं हैं, लेकिन उन्हें भी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। उनकी भारतीय-अफ्रीकी मूल की पहचान और महिला होने के कारण उन्हें कुछ विरोध का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उनकी नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक अनुभव उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाते हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है और इस बीच CNN के सर्वेक्षण ने नई चर्चाओं को जन्म दिया है। कमला हैरिस की संभावनाएं बाइडेन की तुलना में बेहतर दिख रही हैं। अब देखना यह होगा कि डेमोक्रेटिक पार्टी किसे अपना उम्मीदवार बनाती है और अमेरिकी जनता का फैसला क्या होता है। राष्ट्रपति चुनाव में आने वाले समय में और भी रोमांचक मोड़ देखने को मिल सकते हैं।