बिहार कोचिंग संस्थानों के पंजीकरण में गड़बड़ी का पता चला, विभाग ने लिया कठिन एक्शन शिक्षा विभाग ने बिहार कोचिंग संस्थानों की नियमावली 2023 को लेकर जिलों से सूचना मांगी थी, लेकिन पटना समेत कई जिलों से सूचना नहीं मिली। अब विभाग ने इस समस्या को सुनिश्चित करने के लिए जिलों से जानकारी की मांग की है, और यह सूचना एक सप्ताह में उपलब्ध कराने का आलंब है।
बिहार के 18 जिलों में 5164 कोचिंग संस्थानों में 31,607 छात्र पंजीकृत हैं
18 जिलों में अब तक 5164 कोचिंग संस्थानों की रिपोर्ट आई है, जिनमें 31,607 छात्र-छात्राएँ पंजीकृत हैं। दरभंगा जिले के कोचिंग संस्थान में सबसे अधिक 12,135 छात्र हैं। पटना में कोचिंग संस्थानों की संख्या अभी तक नहीं पता चली है। शिक्षा विभाग के अनुसार, अन्य जिलों में भी कई हजार छात्र-छात्राएँ पंजीकृत हैं, जिनमें दरभंगा, अररिया, अरवल, बांका, बेगूसराय, बक्सर, पूर्वी चंपारण, जहानाबाद, किशनगंज, कैमूर, लखीसराय, मधुबनी, नालंदा, सहरसा, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, और पश्चिमी चंपारण जिलों में छात्र-छात्राएँ हैं।
मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पदस्थापन के लिए गाइडलाइन जारी की गई हैं
इसके साथ ही, मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पदस्थापन के लिए गाइडलाइन जारी की गई हैं, जिसमें स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को पदस्थापित करने के संबंध में विस्तारित मार्गदर्शन दिया गया है। इसके अनुसार, पद रिक्त रहने पर उन्हें वहीं तैनात किया जाएगा, जहां वे पदस्थापित हैं, और वेतनमान के आधार पर पदस्थापन किया जाएगा। इससे संबंधित विधियों के आधार पर, गाइडलाइन विद्यालयों के अधिकारियों को यह निर्देश देती हैं कि कैसे प्रधानाध्यापक के पदस्थापन की प्रक्रिया को संचालित करना है।