बिहार के चर्चित बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को एके-47 और बुलेट प्रूफ जैकेट मामले में पटना हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। बुधवार को पटना हाई कोर्ट ने अनंत सिंह को इन दोनों आपराधिक मामलों में बरी कर दिया। सिविल कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा को हाई कोर्ट ने खारिज करते हुए उन्हें दोषमुक्त करार दिया। इस फैसले के बाद अनंत सिंह के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है, जो कि पिछले कई सालों से जेल में बंद थे।
जस्टिस चंद्रशेखर झा का ऐतिहासिक फैसला
पटना हाई कोर्ट के जस्टिस चंद्रशेखर झा ने अनंत सिंह के खिलाफ दर्ज दोनों आपराधिक मामलों में सुनवाई के बाद उन्हें बरी करने का फैसला सुनाया। अदालत ने यह फैसला सबूतों की कमी के आधार पर लिया। वरीय अधिवक्ता पी. एन. शाही ने अनंत सिंह का बचाव करते हुए अदालत के समक्ष उनके पक्ष को प्रस्तुत किया। वहीं, सरकारी पक्ष की ओर से अधिवक्ता अजय कुमार मिश्र ने दलीलें दीं।
अनंत सिंह पर लगे थे गंभीर आरोप
अनंत सिंह के खिलाफ दर्ज दो आपराधिक मामलों में गंभीर आरोप लगाए गए थे। पहला मामला सचिवालय थाना कांड संख्या 54/2015 से संबंधित था, जिसमें आरोप था कि पटना स्थित उनके माल रोड आवास से राइफल मैगजीन और बुलेट प्रूफ जैकेट बरामद हुई थी। दूसरा मामला आपराधिक अपील संख्या 2965/2024 के तहत उनके पैतृक गांव नदवा, थाना बाढ़, जिला पटना से एके-47, बुलेट और हैंड ग्रेनेड बरामद होने से संबंधित था। इन मामलों में सिविल कोर्ट ने अनंत सिंह को दोषी ठहराते हुए उन्हें 10 साल की सजा सुनाई थी।
सिविल कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट की अपील
सिविल कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा के बाद अनंत सिंह ने पटना हाई कोर्ट में अपील की थी। उनके वकीलों ने तर्क दिया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं और सबूतों की कमी के कारण उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है। हाई कोर्ट ने इन तर्कों को ध्यान में रखते हुए और सबूतों के अभाव में सिविल कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया और अनंत सिंह को बरी कर दिया।
अनंत सिंह की जेल से रिहाई की संभावना
अनंत सिंह की जेल से रिहाई अब मात्र औपचारिकता रह गई है। यह फैसला न केवल अनंत सिंह के लिए राहत की बात है, बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी बड़ी खुशखबरी है। अनंत सिंह पिछले कई सालों से जेल में बंद थे और इस दौरान उन्होंने बिहार की राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। अब जब उन्हें बरी कर दिया गया है, तो उनके समर्थकों में जश्न का माहौल है।
बिहार की राजनीति में अनंत सिंह की भूमिका
अनंत सिंह बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं और उनकी गिनती राज्य के प्रमुख बाहुबली नेताओं में होती है। उनका राजनीतिक करियर विवादों से भरा रहा है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने क्षेत्र में अपना प्रभाव बनाए रखा है। अनंत सिंह का बिहार की राजनीति में एक अहम स्थान है और उनके जेल से बाहर आने के बाद उनकी राजनीतिक गतिविधियों में फिर से सक्रिय होने की उम्मीद है।
लोकसभा चुनाव में अनंत सिंह की भूमिका
2024 के लोकसभा चुनाव में अनंत सिंह ने मुंगेर सीट से जेडीयू उम्मीदवार ललन सिंह का समर्थन किया था। इस सीट से बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता महतो आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं। अनंत सिंह का समर्थन ललन सिंह के लिए महत्वपूर्ण माना गया था, और इससे स्पष्ट होता है कि जेल में रहते हुए भी अनंत सिंह की राजनीति में प्रभावशाली भूमिका थी।
पटना हाई कोर्ट का यह फैसला अनंत सिंह के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। उनके खिलाफ दर्ज गंभीर आरोपों के बावजूद उन्हें बरी किया जाना न केवल उनके राजनीतिक करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि बिहार की राजनीति में भी इसका व्यापक प्रभाव हो सकता है। अनंत सिंह की रिहाई के बाद उनके समर्थकों में उत्साह और जश्न का माहौल है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जेल से बाहर आने के बाद अनंत सिंह बिहार की राजनीति में किस तरह से अपनी भूमिका निभाते हैं।