भारत के लाल ने विश्व चैंपियनशिप के लिए आयोजित प्रतियोगिता फ्रांस के पेरिस में जाकर तिरंगा लहराया है। हम बात कर रहे हैं बिहार में जमुई जिले के एक छोटे से गांव इस्लामनगर के रहने वाले 23 वर्षीय शैलेश कुमार के बारे में। उन्होंने पेरिस में आयोजित हुई एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन किया है।
द्वियांग हैं शैलेश
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि शैलेश दिव्यांग हैं। उन्होंने हाई जंप में अपनी काबिलियत दिखाकर दूसरा स्थान हासिल किया है। शैलेश की इस सफलता के बाद जिले में खुशी की लहर है। हर जगह पर उनके ही नाम की चर्चा हो रही है। पेरिस में आयोजित पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के फ्रेच एजरा पहला स्थान हासिल कर गोल्ड मैडल जीता और पोलैंड के मम सी काज लुकज ने ब्रोंज मेडल हासिल किया है।
बेंगलुरु में लिया था ओपन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग
बता दें इससे पहले शैलेश ने मई में बेंगलुरु में आयोजित पांचवीं इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया था। उस प्रतिस्पर्धा में उन्होंने एक पांव से 1.85 मीटर ऊंची छलांग लगाकर सफलतापूर्वक प्रतियोगिता पूरी की। इसके बाद ही उन्हें 8 जुलाई से 15 जुलाई तक पेरिस में प्रस्तावित वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका मिला।
मिल रही बधाई और शुभकामनाएं
पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में ये बड़ी उपलब्धि हासिल करने के बाद शैलेश कुमार की सफलता के लिए उन्हें हर कोई बधाई और शुभकामनाएं दे रहा है। बता दें शैलेश इससे पहले भी कई नेशनल और इंटरनेशनल चैंपियनशिप में अपनी काबिलियत का परिचय करवाकर सफलता का परचम लहरा चुके हैं।