बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार की ने बीजेपी और उनके नेता तेजस्वी यादव पर एक तीखा हमला किया है। उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने कहा कि अबकी बार एनडीए 4 लाख से अधिक सीटें जीतने जा रहा है। इस घोषणा के बाद, उन्होंने तेजस्वी यादव को भी निशाना साधा और उनके वादों को झूठा करार दिया।
बिहार में राजनीति का माहौल हमेशा से ही गरमागरम रहता है। इस बार भी चुनावी महौल गर्म है और नालंदा जिले के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बीजेपी की तरफ से जमकर हमला किया।

उन्होंने अपने बयान में कहा कि बीजेपी की सरकार ने 8 लाख लोगों को नौकरी दी और यह वादा भी किया था कि 10 लाख लोगों को नौकरी दिया जाएगा। वे दावा करते हैं कि यह वादा भी पूरा किया गया है।
श्रवण कुमार ने तेजस्वी यादव को भी निशाना बनाया और उनके वादों को झूठा कहा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव युवाओं को नौकरी देने की बात कहकर झूठा प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने पूछा कि तेजस्वी यादव के कार्यकाल में कितनी नौकरियां दी गईं।
इस घटना से साफ होता है कि चुनावी महौल में नालंदा जिले के सांसद की बदहाली की चर्चा है। श्रवण कुमार के बयान से साफ है कि वे अपने विरोधी दल की जमकर आलोचना कर रहे हैं और उनके कठोर वादों को खोलकर दिखा रहे हैं।

बिहार में होने वाले चुनावों में यह सभी बयानों का असर हो सकता है और चुनावी नतीजों पर प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, राजनीतिक दलों को विवेकपूर्ण और जिम्मेदार तरीके से अपने बयानों को चुनने की आवश्यकता है।
चुनावी माहौल में इस तरह की भाषा का प्रयोग करना विवेकहीन और असंवेदनशील होता है। नागरिकों के सामाजिक सद्भाव और सहमति को बिगाड़ने वाले ऐसे बयानों को स्वीकार्य नहीं माना जाना चाहिए।
चुनावी प्रक्रिया के दौरान, राजनीतिक दलों को अपने वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए और जनता को विश्वस दिलाने के लिए अपने कामों का प्रदर्शन करना चाहिए।