बिहार के मोतिहारी से है जहां सुगौली नगर के सरगम सिनेमा हॉल रोड में ऑर्केस्ट्रा के नाम देह व्यापार का अड्डा चलाने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को लेकर इस अड्डे से भागी एक युवती का वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। इसको लेकर
पुलिस ने प्रखंड के माली पंचायत में एक कमरे में बंद बंगाल की एक लड़की को ताला तोड़कर सोमवार की शाम को बरामद किया।
पुलिस द्वारा शराब के नशे में सोई युवती को बचाया गया
कमरे में बीते दो तीन दिनों से हो रहे संदिग्ध हरकत को देख आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पर,पुलिस के नही पहुंचने पर फिर से इसकी जानकारी 112 को दी गयी। जिसपर 112 की पहुंची पुलिस ने मुनिलाल सहनी के बैठकखाने के एक कमरे का ताला तोड़ा। जिसमे शराब के नशे में बेसुध फर्स पर सोई युवती को बरामद किया। बरामद युवती का स्थानीय लोगों ने 112 की पुलिस की मौजूदगी में पूरे घटनाक्रम की जानकारी ले उसका वीडियो बनाया है।
वायरल हुई इस वीडियो में बंगाल निवासी युवती ने बताया है कि
वायरल हुई इस वीडियो में बंगाल निवासी युवती ने बताया है कि सुगौली नगर के सरगम सिनेमा हॉल के समीप अनिल गुप्ता के ऑर्केस्ट्रा में वह काम करती थी। जहां उसके साथ अन्य लड़कियों से भी ऑर्केस्ट्रा के अलावे अन्य दिनों में जबरदस्ती देह व्यापार का धंधा करवाया जाता है। पुलिस के बड़ा बाबू एवं अन्य पुलिस अधिकारियों के नाम पर हमसे ही उन्हें खाना भेजने व यही बुलाकर खाना खिलाने के लिए खाना भी बनवाया जाता है। यह सब नही करने पर पिटाई की जाती है। वीडियो में उसने बताया है कि इससे तंग आकर वह समान खरीदने के नाम पर बाहर निकली। जहां स्टेशन के रास्ता की जानकारी नही होने पर रास्ते मे पूछने पर मिले एक व्यक्ति ने उसे पहुंचाने के नाम पर यहां लेकर आ गए। जहां इस कमरे में बंद कर दिया ।
थानाध्यक्ष धनन्जय शर्मा ने बताया कि
वही इस बाबत थानाध्यक्ष धनन्जय शर्मा ने बताया कि बरामद लड़की शराब के नशे में धुत्त थी। उसके इलाज के बाद उसने अपने घर जाने की बात कही। जिसपर उसे उसके घर भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें वायरल वीडियो में कही गयी बातों की जानकारी नही है। इस पूरे प्रकरण में स्थानीय लोग पुलिस की भूमिका को संदिग्ध मानकर रोष में है। नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि इस पूरे प्रकरण में लड़की का बयान लेकर पुलिस को ऑर्केस्ट्रा मालिक के अड्डे सहित तीन दिनों से घर मे बंद कर इस लड़की के साथ दुराचार करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए। पुलिस ने लड़की का मेडिकल कराये बिना उसे होश में आने तक रखा। जिसके बाद इस पूरे मामले पर पर्दा डालने के नियत से लड़की को ही भगा दिया।