कल्याण भारत सरकार की कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय वेबसाइट क्लोन कर केवाईसी के माध्यम से आधार बायोमैट्रिक पहचान की चोरी कर खाता में सेंध लगाने वाले गिरोह का नालंदा साइबर थाना ने पर्दाफाश कर दिया है.
नालंदा साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया था
बीते 29 जुलाई को नगर नौसा थाना क्षेत्र के एकैड़ गांव से 8 किसानों द्वारा बैंक खाता से अवैध निकासी के शिकायतों के आधार पर नालंदा साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज किया गया था दर्ज प्राथमिक्की के अनुसार वेबसाइट क्लोन कर केवाईसी के माध्यम से आधार बायोमैट्रिक पहचान फिंगर प्रिंट की चोरी कर बैंक खाता से सेंध लगाने की बात प्रकाश में आई है.
एक एसआईटी का गठन किया गया
कांड के सफल उद्भेदन हेतु तत्काल पुलिस उपाधीक्षक साइबर ज्योति शंकर के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया एसआईटी के द्वारा कांड की विभिन्न पहलू से जांच की गई और संकलित किए गए एवं आठ साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई. अनुसंधान के क्रम में तत्काल फेक वेबसाइट को ब्लॉक कराया गया तथा कृषि विभाग के संबंधित पदाधिकारी को इस संबंध में सूचीत किया गया भारत सरकार के अधिकारिक वेबसाइट को परिचालित भी किया गया.
पटना मैं एक किराए के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया.
अनुसंधान के क्रम में एसआईटी के द्वारा विभिन्न एजेंसियों तथा गूगल एटीएम, फोन पे, इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर आदि से पत्राचार किया गया अपराधियों के विभिन्न ठिकानों पर नजर रखी गई तथा लगातार प्रयास के बाद 8 अगस्त को धर्मवीर कुमार पिता जनार्दन प्रसाद घर सूरत बीघा थाना हिलसा जिला नालंदा सुजीत कुमार पिता दुर्गेश प्रसाद घर चंदू बीघा थाना हिलसा जिला नालंदा के अलावा अन्य छा अपराधियों को अलकापुरी गर्दानीबाग पटना मैं एक किराए के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार अभियुक्त पेशेवर अपराधी है
गिरफ्तारी उपरांत अपराधियों से पूछताछ की गई. पूछताछ के क्रम में कांड का खुलासा हुआ इस कांड में गिरफ्तार अभियुक्त पेशेवर अपराधी है एवं पूर्व में भी सीएसपी ब्रांच खोलने में ठगी किए हैं इनके पास से बरामद दस्तावेजों एवं गिरफ्तारी से सैकड़ों व्यक्तियों के ठगी होने से बचाया गया है