बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार रात को हुई एक सनसनीखेज घटना ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आलमगंज थाना क्षेत्र के बजरंगपुरी नहर के पास भाजपा नेता सह डेयरी बूथ संचालक, 50 वर्षीय अजय शाह की अपराधियों ने गोलियों से भून कर हत्या कर दी। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। अजय शाह भाजपा के बजरंगपुरी मंडल के पूर्व महामंत्री थे और अपने इलाके में काफी लोकप्रिय थे। हत्या के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए, और फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
घटना का विवरण
घटना के संबंध में बताया जाता है कि मंगलवार रात करीब 10 बजे दो अज्ञात बदमाश अजय शाह के डेयरी बूथ पर पहुंचे। बूथ पर पहुंचते ही बदमाशों ने अजय शाह के साथ कहासुनी की। यह विवाद बढ़ता गया और अचानक बदमाशों ने पिस्तौल निकालकर अजय शाह पर गोलियों की बौछार कर दी। गोली लगने से अजय शाह गंभीर रूप से घायल हो गए। गोली चलने की आवाज सुनकर उनके परिवार के सदस्य और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और अजय शाह को तुरंत इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या की वजह अब तक अस्पष्ट
पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस घटना से जुड़े हर पहलू की छानबीन कर रही है। पटना सिटी एएसपी शरथ आरएस ने कहा कि इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस गंभीरता से काम कर रही है। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है ताकि घटनास्थल से सबूत जुटाए जा सकें। पुलिस अजय शाह के परिजनों का बयान भी ले रही है ताकि इस हत्याकांड की तह तक पहुंचा जा सके।
सीसीटीवी फुटेज की जांच
पुलिस ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में ले लिया है। इन फुटेज की मदद से अपराधियों की पहचान की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि अपराधी बाइक पर सवार थे और उन्होंने वारदात को अंजाम देने के बाद तुरंत फरार हो गए। फिलहाल, पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपराधियों के भागने के रास्ते और उनकी पहचान की कोशिश कर रही है। हालांकि, अभी तक इस संबंध में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
इस हत्या की घटना से बजरंगपुरी और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। अजय शाह इलाके में एक सम्मानित व्यक्ति थे और उनकी हत्या ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, और कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी नाजुक हो चुकी है।
राजनीतिक प्रतिशोध की संभावना
अजय शाह की हत्या को लेकर स्थानीय लोगों के बीच राजनीतिक प्रतिशोध की भी चर्चा हो रही है। हालांकि, पुलिस ने इस संभावना को अभी तक पुष्टि नहीं की है, लेकिन राजनीतिक दुश्मनी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। अजय शाह भाजपा के सक्रिय सदस्य थे और उनका क्षेत्र में अच्छा प्रभाव था। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस इस पहलू को भी ध्यान में रख रही है।
पटना में भाजपा नेता अजय शाह की हत्या ने एक बार फिर से बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना से न केवल अजय शाह के परिवार बल्कि पूरे इलाके में गम और गुस्से का माहौल है। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही अपराधियों की गिरफ्तारी हो जाएगी। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि बिहार में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं और आम आदमी की सुरक्षा किस हद तक खतरे में है। सरकार और प्रशासन को इस दिशा में कठोर कदम उठाने की जरूरत है ताकि राज्य में कानून व्यवस्था को फिर से बहाल किया जा सके और इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।