बिहार :पटना : सहरसा-आनंद विहार पूरबिया एक्सप्रेस की एक घटना ने गुरुवार को यात्रीगण को आघात पहुंचाया, जब एक एसी कोच में धुआं फैल गया। इस घटना के बाद यात्री स्वयं को बचाने के लिए ट्रेन की खींच डाली और ट्रेन की गति जैसे ही धीमी हुई यात्री ट्रेन से कूद पड़े, लेकिन भाग्यशाली रूप से किसी को भी चोट नहीं आई।
यात्रीगण ने सवाल उठाया कि ट्रेन की वॉशिंग सहरसा में होती है तो ट्रेन के चक्कों सहित अन्य उपकरणों की सही तरीके से जांच क्यों नहीं की जाती, और इसे रेलवे को जांचना चाहिए।
घटना के विवेचन के दौरान पाया गया कि कोच के ब्रेक पहियों पर धुआं निकलने का कारण था, जिससे ट्रेन कुछ और देर चलती तो आग लग सकती थी। रेलवे इंजीनियरों ने तकनीकी त्रुटियों को ठीक किया और फिर ट्रेन को आनंद विहार की ओर आगे जाने की अनुमति दी।
ट्रेन ने सहरसा स्टेशन से खुली और इसका अगला स्टॉपेज सिमरी बख्तियारपुर था। लेकिन इस स्टेशन पहुंचने से पहले ही धुआं की गूंथ खुली, जिससे यात्री थोड़े समय के लिए दहशत में आ गए। ट्रेन ने आधे घंटे तक सिमरी बख्तियारपुर में रुकी रही, जिसके बाद उसने अपना सफर जारी रखा।
इस घटना में किसी को भी चोट नहीं आई है, लेकिन यात्रीगण ने सवाल उठाते हुए कहा कि ट्रेन की वॉशिंग के दौरान सभी उपकरणों की सही तरीके से जांच होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें। रेलवे को इस मामले में जांच करने की आवश्यकता है ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों।