बिहार की शिक्षा व्यवस्था की शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के सामने ही पोल खुल गई। शिक्षा विभाग के प्रमुख केके पाठक हाजीपुर में एक सरकारी स्कूल का नीरीक्षण करने गए थे। इसी दौरान इस स्कूल की प्रभारी टीचर साधारण सा जोड़-घटाना नहीं कर पाईं।
बिहार के शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव केके पाठक के सामने ही शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। खबर है कि केके पाठक को देखते ही एक स्कूल की प्रिंसिपल मैडम जोड़-घटाना तक भूल गईं। इसके बाद शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव केके पाठक ने प्रिंसिपल मैडम को जमकर फटकार लगाई। इसका वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि केके पाठक ने स्कूल की शिक्षिका से जब पूछा कि 29 में से 11 घटाएंगे तो कितना बचेगा? इसपर मैडम जी घबराई हुई दशा में कभी 20 बोलती तो कभी 17 कहती नजर आ रहीं है ।
जिला शिक्षा अधिकारी को नाम बताने से बचती रहीं मैडम
शिक्षा विभाग के ACS ने जब शिक्षिका से जोड़-घटाव करवाया तो लोगों के मोबाइल का कैमरा ऑन था और ACS पाठक जी के सामने ही बिहार के शिक्षा विभाग की किरकिरी होने लगी। जब शिक्षिका से जवाब देते नहीं बना तो केके पाठक ने साथ खड़े जिला शिक्षा अधिकारी से मैडम का नाम नोट करने के लिए बोल दिया। लेकिन जब DEO ने उनसे नाम पूछा तो केके पाठक के डर से कांप रही मैडम अपना नाम बताने से इंकार कर रही थीं। इसके बाद दूसरे अधिकारी ने जब कसकर फटकार लगाई तो शिक्षिका ने नाम बताया। लेकिन मैडम ने साथ में ये भी कहा कि कुछ करिएगा नहीं।
आप जोड़-घटाव नहीं कर पाएं तो इसमें भी हमारी जिम्मेवारी
इस वीडियो में केके पाठक ये कहते नजर आ रहे हैं,की “शिक्षकों का हाल बुरा है। मैडम अगर आप जोड़-घटाव नहीं कर पाएं तो हमारी जिम्मेवारी है… आप स्कूल नहीं पहुंचेंगी तो हमारी जिम्मेदारी है… कल आप इस महान विश्वविद्यालय की प्रभारी बनेंगी और 29 में से 11 नहीं घटा पाएंगीं…” केके पाठक के सामने बेहद कंफ्यूज दिखी मैडम ने आखिरकार कुछ समय बाद 29 में से 11 को घटाया और सही जवाब 18 बताया। लेकिन तब भी पाठक मैडम से पूछते रहे कि आप पक्का सही जवाब तो दे रहीं हैं ना?
औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे केके पाठक
ये मामला है हाजीपुर के लालगंज प्रखंड के आदर्श हाई स्कूल का है, जहां बीते कल अचानक ACS KK पाठक सर निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान विद्यालय के 29 शिक्षक में से 11 शिक्षक ट्रेनिंग पर गए हुए थे। जिस पर पूछा गया कि 29 में से 11 शिक्षक चले गए तो कितने शिक्षक बचे? इसका जवाब देते समय विद्यालय के प्रभारी प्रिंसिपल मैडम रोशना फंस गईं।