बिहार की राजनीति में एक बार फिर महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहे हैं। बिहार विधान परिषद में राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मनोनीत किया गया है। वहीं, जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन कुमार सर्राफ को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। 22 जुलाई से शुरू होने वाले बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र से पहले यह घोषणा की गई है।
राबड़ी देवी का पुनः नेता प्रतिपक्ष नियुक्ति
राबड़ी देवी, जो बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, को एक बार फिर बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के पद पर मनोनीत किया गया है। राबड़ी देवी की नियुक्ति के बाद से विपक्ष ने अपनी रणनीति को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया है।
जेडीयू के ललन कुमार सर्राफ को मिली बड़ी जिम्मेदारी
सत्तारूढ़ दल की ओर से जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार और रीना देवी को सचेतक के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, बीजेपी के प्रो राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता और जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन कुमार सर्राफ को सत्तारूढ़ दल के उपनेता के तौर पर मनोनीत किया गया है। ललन सर्राफ की नियुक्ति से सत्तारूढ़ दल को अपनी नीतियों को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।
मॉनसून सत्र की तैयारियां

22 जुलाई से विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू होने जा रहा है, जो 26 जुलाई को समाप्त होगा। इस बार के मॉनसून सत्र में दोनों सदनों में पांच-पांच बैठकें होंगी। इन बैठकों में सरकार अनुपूरक बजट के साथ-साथ अन्य विधेयकों को सदन में पेश करेगी।
अनुपूरक बजट पर चर्चा और मंजूरी
मॉनसून सत्र के दौरान अनुपूरक बजट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 25 जुलाई को विधानसभा में और 26 जुलाई को उच्च सदन में अनुपूरक बजट पर मुहर लगेगी। इस दौरान सरकार के कई महत्वपूर्ण विधेयक भी पेश किए जाएंगे।
विधान परिषद के कार्यकारी सभापति की अनुमति
विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह की अनुमति के बाद बिहार विधान परिषद सचिवालय ने इसकी अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के माध्यम से राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष और ललन सर्राफ को उपनेता के रूप में मनोनीत किया गया है।
राजनीतिक हलचल

इस बार के मॉनसून सत्र के दौरान राजनीति के गलियारों में काफी हलचल देखने को मिल सकती है। विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और बहस की संभावना है। राबड़ी देवी की नियुक्ति से विपक्ष को एक नया जोश मिलेगा, जबकि ललन सर्राफ की नियुक्ति से सत्तारूढ़ दल अपनी नीतियों को और प्रभावी ढंग से लागू कर सकेगा।
सत्तारूढ़ दल के रणनीतिक बदलाव
सत्तारूढ़ दल ने नीरज कुमार और रीना देवी को सचेतक के रूप में नियुक्त करके अपनी रणनीति को और मजबूत किया है। इसके अलावा, संजय प्रकाश को सत्तारूढ़ दल का उप मुख्य सचेतक बनाया गया है, जिससे पार्टी को अपनी नीतियों को लागू करने में और मदद मिलेगी।
विपक्ष की रणनीति
विपक्ष ने राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष बनाकर अपनी रणनीति को और सशक्त किया है। राबड़ी देवी के अनुभव और नेतृत्व क्षमता के कारण विपक्ष को सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने और अपने मुद्दों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में मदद मिलेगी।
बिहार विधान परिषद में राबड़ी देवी की पुनः नियुक्ति और ललन कुमार सर्राफ की बड़ी जिम्मेदारी से बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं। मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और बहस की संभावना है। इससे बिहार की राजनीति में नई दिशा और नए दृष्टिकोण उभर सकते हैं, जो राज्य की जनता के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।