आज तक आपने अपराध करने वाले कैदियों की जेल में बंद होने की कहानी तो खूब सुनी होगी. लेकिन क्या आपने असल में कभी किसी भगवान को जेल में बंद होते देखा है? अब आप भी यही सोच रहे होंगे कि ये कैसा सवाल है. तो हम आपको आज एक ऐसे ही मामले के बारे में बता रहे हैं जिसे जानकार हर कोई हैरान है.
भगवान की मूर्ति हो गई चोरी
ये मामला बिहार के मुजफ्फरपुर के सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाना के मालखाना में भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता जेल में कैद है. ग्रामीण उन्हें काफी सालों से छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह अब तक कामयाब नहीं हो सके हैं. जिस प्रकार भगवान राम ने माता सीता को लंकापति रावण की कैद से छुड़ाने के लिए परिश्रम किया था, ठीक उसी प्रकार अब ग्रामीण भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता को कैद से छुड़ाने के लिए परिश्रम कर रहे हैं.
चोरी के दो दिन बाद दूर जाकर मूर्ति फेंक आए चोर
दरअसल, 22 जून 2016 को साहेबगंज थाना क्षेत्र के साहेबगंज बाजार में स्थित बलराम दास रामजानकी मंदिर से चोरों ने अष्टधातु से बनी राम जानकी और भगवान लक्ष्मण की मूर्ति चोरी कर ली थी. चोरी की घटना के बाद मंदिर के पुजारी दयानंद मिश्र ने संबंधित थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी. चोरी के दो दिन बाद यानी 24 जून को चोरों ने इन मूर्तियों को जिराती टोला परिसर स्थित पोखर के करीब फेंक दिया था. फिर ग्रामीणों ने इसकी सूचना साहेबगंज पुलिस थाने को दी और पुलिसवालों ने मूर्तियों को जब्त कर लिया. मंदिर के पुजारी ने इन मूर्तियों को पुलिस की कैद से मुक्त कराने के लिए उपखण्ड न्यायिक दंडाधिकारी के पास 20 मार्च 2017 को गुहार भी लगाई.
कोर्ट के आदेश के बावजूद मूर्ति रिलीज़ नहीं कर रहे पुलिसवाले
27 अप्रैल 2023 को कोर्ट ने मूर्ति को रिलीज़ करने का ऑर्डर भी दे दिया. बावजूद इसके अब तक ग्रामीण और मंदिर के पुजारी थाने में मूर्ति रिलीज़ करने के लिए चक्कर लगा रहे हैं. जब साहेबगंज थाना प्रभारी से मूर्ति ना देने का कारण पूछा गया तो उन्होंने इसके जवाब में कहा कि, तत्कालीन मालखाना प्रभारी की मृत्यु हो चुकी है. ऐसे में मूर्तियों की तलाश की जा रही है. जैसे ही मूर्ति मिलती है वो उन्हें ग्रामीणों को सौंप देंगे.