पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रमुख शुभेंदु अफसर कल मंगलवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली जा रहे थे. रास्ते में ड्यूटी पर तैनात IPS अफसर ने जब उन्हें रोकने की प्रयास की तो वहां माहौल तल्ख हो गया.
पश्चिम बंगाल के BJP प्रमुख शुभेंदु अधिकारी बिते मंगलवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली जा रहे थे.
रास्ते में ड्यूटी पर तैनात IPS अफसर ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वहां माहौल तल्ख हो गया. विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेताओं में से किसी ने सिख IPS अफसर को कथित तौर पर खालिस्तानी बोल दिया. इसके बाद IPS अफसर ने प्रदर्शन कर रहे BJP नेताओं को जमकर लताड़ लगाई. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है.
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली पर इस समय पूर देश की दृष्टि है. संदेशखाली मामले पर सियासत भी खूब गरमाई हुई है. संदेशखाली की महिलाओं ने TMC नेता पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है. मामले को लेकर BJP TMC पर हमलावर है. आज शुभेंदु अफसर BJP नेताओं के साथ संदेशखाली जा रहे थे. रास्ते में धमाखली में तैनात सिख IPS अफसर ने उन्हें रोकने की प्रयास की.
BJP नेताओं ने पुलिस के साथ बहस करना शुरू कर दी. इस दौरान पगड़ी पहने संदेशखाली के SSP जसप्रीत सिंह ने मोर्चा संभाला. आरोप है कि प्रदर्शनकारी बीजेपी नेताओं ने जसप्रीत सिंह को खालिस्तानी बोल दिया. जसप्रीत सिंह ने बोले .. सिर्फ इसलिए कि मैंने पगड़ी पहनी है, आप लोग मुझे खालिस्तानी बोल रहे हैं? क्या यही सीखा है आपने? अगर कोई पुलिस अफसर पगड़ी पहनता है और अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाता है, तो वह आपके लिए खालिस्तानी बन जाता है? आपको (BJP कार्यकर्ता) शर्म आनी चाहिए.
सिंह ने यह बोले कि वह सिर्फ और सिर्फ अपना कार्य कर रहे थे. क्या मैंने आपके धर्म के बारे में कुछ भी बोला , आप मेरे धर्म के बारे में बोल रहे हैं क्यों? इस पूरे मामले पर अब सियासत भी गरमाई हुई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स(X) पर एक वीडियो क्लिप शेयर कर कहा कि BJP की विभाजनकारी राजनीति ने सभी संवैधानिक सीमाएं पार कर ली हैं. BJP ने हमारे देश के लिए उनके बलिदान और अटूट दृढ़ संकल्प के लिए सम्मानित सिखों की प्रतिष्ठा को कमजोर करने का दुस्साहसिक कोशिश किया है.
IPS अफसर जसप्रीत सिंह के आरोप पर बीजेपी विधायक अग्निमित्र पॉल ने यह दावा किया कि पुलिस अफसर अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे थे. उन्होंने इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि BJP समर्थकों ने उन्हें ‘खालिस्तानी’ कहा था. वह एक मुद्दा बनाने की प्रयास कर रहे हैं. पुलिस अफसर संविधान के मुताबिक अपना कर्तव्य नहीं निभा रहे थे. TMC सूत्रों ने कहा कि सिख समुदाय के सदस्यों ने ‘खालिस्तानी’ टिप्पणी के विरोध में कोलकाता में मुरलीधर लेन पर BJP के राज्य मुख्यालय का घेराव करने की योजना बनाई है.