राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखे हमले किए हैं। इन बयानों से बिहार की राजनीति में नया हलचल मच गया है। तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि 4 जून के बाद भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई और तेज हो जाएगी। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें लगा था कि ललित मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी और नीरव मोदी जैसे बड़े आर्थिक अपराधी देश में वापस आ जाएंगे, लेकिन वे नहीं आए। उन्होंने सवाल किया कि पीएम मोदी इन नामों को क्यों भूल गए? तेजस्वी ने कहा, “हमने उनका नाम याद दिला दिया।”
योगी आदित्यनाथ और किम जोंग उन की तुलना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे को लेकर तेजस्वी यादव ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव प्रचार के लिए भाजपा नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन को भी बुला सकती है। तेजस्वी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ और किम जोंग उन एक ही तरह के नेता हैं। इस बयान से साफ जाहिर होता है कि तेजस्वी यादव योगी आदित्यनाथ की शासन शैली की तुलना किम जोंग उन की तानाशाही से कर रहे हैं।
सम्राट चौधरी पर निशाना
तेजस्वी यादव ने बिहार बीजेपी के मुखिया सम्राट चौधरी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी ने दो बार चुनाव जीते हैं और दोनों बार RJD के टिकट पर विजयी हुए हैं। तेजस्वी ने सवाल किया कि क्या सम्राट चौधरी कभी जनता में अपनी स्वीकृति प्राप्त कर सकते हैं? इस बयान से तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि सम्राट चौधरी की जीत का श्रेय RJD को ही जाता है और बीजेपी में उनकी कोई विशेष स्वीकृति नहीं है।
नीतीश कुमार पर बयान
तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद एक बड़ा फैसला ले सकते हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि नीतीश कुमार, जो पिछड़ों की राजनीति और अपनी पार्टी को बचाने के लिए किसी भी समय ‘पलटी’ मार सकते हैं, 4 जून के बाद कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।
गठबंधन की संभावना
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह नीतीश कुमार के साथ फिर से गठबंधन करेंगे, तो तेजस्वी यादव ने कहा कि इस पर बाद में विचार किया जाएगा। यह बयान स्पष्ट करता है कि RJD अभी भी नीतीश कुमार के साथ संभावित गठबंधन के विकल्प को पूरी तरह से बंद नहीं कर रही है।
तेजस्वी यादव के ये बयान स्पष्ट करते हैं कि बिहार में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल बेहद गर्म है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उनके तीखे हमले इस बात का संकेत हैं कि RJD भाजपा के खिलाफ पूरी ताकत से मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही, नीतीश कुमार के साथ संभावित गठबंधन के संकेत भी बिहार की राजनीति में नए समीकरणों की ओर इशारा कर रहे हैं।
यह स्पष्ट है कि तेजस्वी यादव ने अपने बयानों से न केवल अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला बोला है, बल्कि अपनी पार्टी और समर्थकों को भी एकजुट करने का प्रयास किया है। उनके बयान आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, खासकर तब जब चुनावी माहौल और अधिक गरमाने की संभावना हो।