“बायजू” कंपनी में उठ रहे संकट के बीच, कंपनी के बड़े निवेशकों ने कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ, रवींद्रन को कंपनी से बाहर करने की मांग की है। बायजू ब्रांड के तहत संचालित होने वाली एडटेक कंपनी “थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड” के छह निवेशकों ने बड़ी बैठक (ईजीएम) बुलाई है, जिसमें कंपनी के को-फाउंडर को नियंत्रण से बाहर करने की मांग की जा रही है। इस ईजीएम में नीदरलैंड की निवेश कंपनी प्रोसस के नेतृत्व में निवेशकों ने बकाया शासन, वित्तीय कुप्रबंधन और अनुपालन मुद्दों के समाधान, और निदेशक मंडल के पुनर्गठन का अनुरोध किया है।
निवेशकों ने जनरल अटलांटिक, पीक-15, सोफिना, चैन जुकरबर्ग, आउल और सैंड्स द्वारा समर्थित इस नोटिस का समर्थन किया है। बायजू में इनकी संयुक्त रूप से लगभग 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है। नोटिस के मुताबिक, Byju के शेयरधारकों के एक संघ ने जुलाई और दिसंबर में निदेशक मंडल से बैठक के लिए अनुरोध भी किया था, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया। इस बात की रिपोर्टें हैं कि बायजू वित्तीय संकट में है और इससे निकलने के लिए निवेशकों ने कड़ी मांग रखी है।
ईजीएम में बुलाई गई बैठक का मुख्य उद्देश्य बायजू के मुद्दों पर चर्चा करना है, जिसमें वित्तीय प्रबंधन, प्रशासन, और निदेशक मंडल के पुनर्गठन शामिल हैं। इससे निवेशक समूह चाहता है कि नए निदेशक मंडल के तौर पर नियुक्ति हो, जिससे कंपनी की स्थिति में सुधार हो सके और नए दिशा-निर्देश मिल सके। यदि बायजू रवींद्रन को बाहर करने का प्रस्ताव पास होता है, तो उसके बाद कंपनी की बागडोर किसी और को मिल सकती है।
इस समय बायजू गंभीर वित्तीय संकट में है और निवेशकों का यह कदम कंपनी को फिर से स्थापित करने की कड़ी मांग को दर्शाता है। इसमें निवेशकों का भरपूर समर्थन है और बायजू के भविष्य के लिए एक नई दिशा साढ़ने की आशा है।