बिहार में सरकारी स्कूलों के छुट्टियों के मुद्दे पर हुए विवाद के बीच, अब शिक्षा विभाग ने मंगलवार शाम को सफाई दी है। विभाग ने अवकाश कैलेंडर को सामान्य और उर्दू स्कूलों के लिए अलग अलग बनाए जाने का निर्णय किया है। इसके तहत, सामान्य स्कूलों में हिंदू पर्वों के अवसर पर छुट्टी होगी, जबकि उर्दू स्कूलों में ईद और बक़रीद पर अतिरिक्त छुट्टियों का प्रावधान है।
सामान्य स्कूलों में महाशिवरात्रि, वसंत पंचमी, जन्माष्टमी, रामनवमी और चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर अतिरिक्त पांच छुट्टियां होगी, जबकि उर्दू विद्यालयों में ईद और बक़रीद पर तीन-तीन दिन की छुट्टी रखी गई है। यह निर्णय आए दिनों राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया था, जिस पर बीजेपी ने नीतीश कुमार पर आपत्ति जताई और विभिन्न त्योहारों पर छुट्टियों को कम और अधिक करने का आरोप लगाया।
शिक्षा विभाग ने नए कैलेंडर के अनुसार जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, रामनवमी, शिवरात्रि, तीज, वसंत पंचमी के अवसरों पर छुट्टियों में कटौती की गई है, जबकि ईद और बक़रीद की छुट्टियां 3-3 दिन की बजाय बढ़ाई गईं हैं। इस नए कैलेंडर को लेकर बीजेपी ने नीतीश कुमार को आलोचना की थी, कहते हुए कि इससे हिंदू त्योहारों की कमी हो रही है और मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं।
बीजेपी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इस मुद्दे पर नीतीश कुमार को हमला बोला और उन्हें हिंदू विरोधी मानसिकता बनाए रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने हिंदूओं के पर्वों की छुट्टियों को कम करके उनकी भावनाओं को दरकिनार किया है, जबकि मुस्लिमों के पर्वों पर छुट्टियां बढ़ाई गई हैं। इसके बाद भी विवाद जारी है और समाज में विभिन्न धाराओं के बीच उत्तेजना बना हुआ है।