ब्रिटेन में आगामी आम चुनावों की घोषणा के बाद, प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा प्रस्तावित एंटी स्मोकिंग बिल फिलहाल ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है। 4 जुलाई 2024 को आम चुनाव होने की घोषणा ने सरकार के विधायी कार्यों को प्रभावित किया है। इस स्थिति में, सरकार के पास अब सीमित समय बचा है और कई महत्वपूर्ण विधेयकों को कानून में बदलने की प्रक्रिया अधूरी रह सकती है।
प्रस्तावित एंटी स्मोकिंग बिल
सुनक के इस बिल का मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन में 15 वर्ष और उससे कम उम्र के किसी भी व्यक्ति के सिगरेट खरीदने पर प्रतिबंध लगाना था। यह बिल सुनक की सरकार के उस वादे का हिस्सा था, जिसमें कहा गया था कि अगली पीढ़ी को ‘स्मोकिंग-फ्री’ बनाना सुनिश्चित किया जाएगा। लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद, इस विधेयक को संसद में बहस के लिए सूचीबद्ध नहीं किया गया है।
विधायी प्रक्रिया और सीमित समय
आम चुनाव की घोषणा के बाद, ब्रिटिश संसद को 30 मई को भंग कर दिया जाएगा। इसके बाद, सरकार के पास बचा हुआ समय बहुत ही सीमित हो जाएगा। हाउस ऑफ कॉमन्स की नेता पेनी मोर्डौंट ने बताया कि संसद बंद होने से पहले बहस के लिए एंटी स्मोकिंग बिल को सूचीबद्ध नहीं किया गया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि शेड्यूल में शामिल नहीं किए गए विधेयकों के भविष्य पर क्रॉस-पार्टी बातचीत चल रही है।
चुनावी राजनीति और विधायी प्राथमिकताएं
प्रधानमंत्री सुनक ने अपनी सरकार के इस बिल को लेकर आशावाद व्यक्त किया था, लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद यह बिल समय से पहले ठंडे बस्ते में चला गया। चुनावी भाषण में सुनक ने कहा था कि उन्होंने सुनिश्चित किया है कि अगली पीढ़ी स्मोकिंग-फ्री होगी। अब जब चुनाव की तारीख नजदीक है, तो अन्य दलों के सहयोग की भी जरूरत है। सुनक ने कहा, “मैं इन चीजों को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश करूंगा, लेकिन यह संसद में अन्य दलों के सहयोग पर भी निर्भर है।”
संभावनाएं और भविष्य
हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कोई भी पार्टी चुनाव जीतने के बाद इस बिल को फिर से पेश कर सकती है। विपक्षी लेबर पार्टी, जो कि ओपिनियन पोल में आगे दिख रही है, ने भी संकेत दिया है कि अगर वह अगली सरकार बनाती है, तो वह इस प्रतिबंध को लागू करने पर जोर देगी।
स्मोकिंग के खिलाफ लड़ाई का महत्व
ब्रिटेन में स्मोकिंग से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान को ध्यान में रखते हुए, यह बिल बेहद महत्वपूर्ण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, तम्बाकू का सेवन दुनिया भर में प्रमुख मृत्यु और बीमारी का कारण है। ब्रिटेन में भी, स्मोकिंग से संबंधित बीमारियों के कारण हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं। ऐसे में, इस बिल का पास होना न केवल स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह युवाओं को तम्बाकू की लत से बचाने के लिए भी आवश्यक है।
राजनीतिक सहयोग की आवश्यकता
इस बिल को पास करने के लिए राजनीतिक सहयोग और समर्थन की आवश्यकता है। चुनावी माहौल में विभिन्न दलों के बीच सहयोग की कमी भी विधायी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। सुनक की सरकार ने इस बिल को प्राथमिकता दी थी, लेकिन अब यह देखना होगा कि चुनाव के बाद नई सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।
ऋषि सुनक की सरकार द्वारा प्रस्तावित एंटी स्मोकिंग बिल फिलहाल चुनावी राजनीति की भेंट चढ़ता दिख रहा है। हालांकि, इसका महत्व और प्रभाव स्पष्ट है। चाहे जो भी पार्टी चुनाव जीते, इस बिल को फिर से पेश करने और पास करने की दिशा में कदम उठाने की संभावना है। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों को मिलकर काम करने की जरूरत है, ताकि ब्रिटेन की अगली पीढ़ी को स्मोकिंग-फ्री बनाया जा सके और स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सके। चुनाव के बाद नई सरकार का गठन होने पर इस बिल की स्थिति पर और स्पष्टता आएगी, और यह देखना दिलचस्प होगा कि नई सरकार इसे कैसे आगे बढ़ाती है।