लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर 1 जून को सातवें और अंतिम चरण का मतदान होना है। इस बीच 30 मई की शाम तक चुनाव प्रचार थम जाएगा। इस महत्वपूर्ण दिन के दौरान, विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता आखिरी बार अपने उम्मीदवारों के समर्थन में जनता से वोट मांगेंगे। इनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव प्रमुख हैं, जो अलग-अलग स्थानों पर चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रचार अभियान
सीएम योगी आदित्यनाथ आज हिमाचल प्रदेश और पंजाब में चार जनसभाओं को संबोधित करेंगे। हिमाचल प्रदेश के मंडी और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्रों में जनसभा करने के बाद वह पंजाब के आनंदपुर साहिब और लुधियाना में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। योगी आदित्यनाथ की रैलियाँ भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे पार्टी के प्रमुख चेहरों में से एक हैं और उनके प्रभावशाली भाषणों से भाजपा के समर्थकों को जुटाने में मदद मिलती है।
सीएम मोहन यादव का प्रचार अभियान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज कुशीनगर और सोनभद्र में चुनाव प्रचार करेंगे। मोहन यादव 11 बजे कुशीनगर के फाजिल नगर नगर पंचायत से तमकुहीराज नगर, टाउन एरिया होते हुए सेवरही नगर तक रोड शो करेंगे। इसके बाद, वे सोनभद्र के दुद्धी में रोड शो करेंगे। मोहन यादव की रैलियाँ और रोड शो भाजपा के उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे मध्य प्रदेश में अपने कार्यकाल के दौरान किए गए विकास कार्यों को प्रमुखता से उजागर करते हैं।
अन्य प्रमुख नेता
इसके अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज सुबह 11 बजे कुशीनगर पहुंचेंगे। यहां जूनियर हाईस्कूल के खेल मैदान रामकोला के बाद दोपहर 2 बजे चंदौली में चुनाव प्रचार करने पहुंचेंगे। राजनाथ सिंह की रैलियाँ भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और उनके भाषणों का व्यापक प्रभाव होता है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी वाराणसी में शाम 7 बजे चुनावी रैली करेंगी। स्मृति ईरानी का करिश्माई व्यक्तित्व और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता पार्टी के लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट है।
केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा बांसगांव और गोरखपुर में जनसंपर्क करेंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा मीरजापुर में जनसंपर्क करेंगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या वाराणसी में 11 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मऊ के भाजपा कार्यालय में संगठनात्मक बैठक में कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। इन सभी नेताओं की रैलियाँ और जनसंपर्क अभियानों का उद्देश्य पार्टी के मतदाताओं को सक्रिय करना और उन्हें मतदान के दिन वोट देने के लिए प्रेरित करना है।
सातवें चरण का महत्व
1 जून को यूपी की 13 सीटों पर मतदान किया जाएगा। इनमें महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, बांसगांव, देवरिया, वाराणसी, सलेमपुर, घोसी, गाजीपुर, बलिया, चंदौली, मीरजापुर, रॉबर्ट्सगंज सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर जीत हासिल करना भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये सीटें चुनावी गणित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके अलावा, अन्य आठ राज्यों की 57 सीटों पर भी इसी दिन मतदान होगा।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन, विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता अपने उम्मीदवारों के समर्थन में जनता से वोट मांगने के लिए मैदान में उतरेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ और सीएम मोहन यादव की रैलियाँ और रोड शो विशेष रूप से महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में पार्टी के प्रमुख चेहरों में से हैं। इसके अलावा, अन्य प्रमुख नेताओं की रैलियाँ और जनसंपर्क अभियान भी चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेंगे। 1 जून को होने वाले मतदान के परिणाम 4 जून को घोषित किए जाएंगे, जो यह निर्धारित करेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए देश की राजनीति की दिशा क्या होगी।